Lucknow : जन्मजात पूंछ के साथ पैदा बच्चे का हुआ सफल ऑपरेशन

  • लंबी पूंछ के कारण बच्चे को लिटाने और कपड़े बदलने में होती थी दिक्कत
  • करीब डेढ़ घंटे चला जटिल ऑपरेशन

Lucknow : बलरामपुर अस्पताल में एक दुर्लभ एवं जटिल जन्मजात स्थिति वाले बच्चे की सफल शल्य चिकित्सा की गई। बच्चे में जन्म से ही पीठ के निचले हिस्से में स्पाइना बिफिडा ऑक्ल्टा के कारण विकसित लिपोमेटस (फाइब्रस) मास मौजूद था, जो बाहरी रूप से टेल-लाइक स्ट्रक्चर के रूप में दिखाई देता था और किसी भी प्रकार के खिंचाव या हलचल पर दर्द उत्पन्न करता था।

  • बच्चे के पिता सुशील कुमार व मांक आरती देवी ने बताया कि किसी भी अस्पताल में इस जटिल जन्मजात स्थिति के ऑपरेशन को करने की हिम्मत नहीं दिखाई जा रही थी, जिससे वे चिंतित थे। बाद में वे बलरामपुर चिकित्सालय के ओपीडी पहुंचे, जहां वरिष्ठ बाल शल्य चिकित्सक डा. अखिलेश कुमार ने इस चुनौतीपूर्ण मामले को स्वीकार किया।

जांच एवं उपचार प्रक्रिया-
ऑपरेशन से पूर्व बच्चे की सभी आवश्यक जांचें की गईं, जब सभी रिपोर्ट सामान्य प्राप्त हुईं तब ऑपरेशन की तैयारी की गई। ऑपरेशन के दौरान टिश्यू मास को सावधानीपूर्ण ढंग से हटाया गया, जो रीढ की हड्डियों के बीच स्पाइनल कॉर्ड की झिल्लियों से घनी रूप से जुड़ा हुआ था। शल्य चिकित्सा पूर्णतया सफल रही, बच्चा पीडियाट्रिक वार्ड में स्वस्थ है। उसके दोनों पैर सामान्य रूप से कार्य कर रहे हैं, मूत्र एवं मल नियंत्रण सामान्य है तथा व दूध एवं नरम आहार ले रहा है।

सफल ऑपरेशन करने वाली टीम-
वरिष्ठ बाल शल्य चिकित्सक डॉ. अखिलेश कुमार, एनेस्थीसिया टीम, डॉ. एस. ए. मिर्जा, डॉ. एमपी सिंह, नर्सिंग एवं सहायक स्टाफ

“बलरामपुर चिकित्सालय में उपलब्ध विशेषज्ञता और उन्नत सुविधाएँ हमें ऐसे दुर्लभ जन्मजात मामलों को सफलतापूर्वक संभालने में सक्षम बनाती हैं। यह ऑपरेशन हमारी बाल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और हमारे चिकित्सकों की प्रतिबद्धता का उत्कृष्ट उदाहरण है।”—– डॉ. कविता आर्या, निदेशक, बलरामपुर अस्पताल

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें