
चार आरोपी पहचाने गए, कई अज्ञात फरार…
दो ट्रैक्टर-ट्रॉली पुलिस ने जब्त कीं, हजारों घनमीटर बालू के अवैध खनन का खुलासा
लखीमपुर खीरी. लखीमपुर-खीरी के निघासन तहसील क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लगातार खनन हो रहा था जिसकी खबर दैनिक भास्कर में प्रमुखता से प्रकाशित की गई। खबर का संज्ञान लेते हुए। खान अधिकारी आशीष सिंह अपनी टीम के साथ कार्यवाही करने मौके पर पहुंचे लेकिन वहां उनके साथ कुछ अलग ही घटना घटगई। बता दे ग्राम मोतीपुर के पास मंगलवार देर रात अवैध बालू खनन को रोकने पहुंचे खान अधिकारी आशीष सिंह और उनकी टीम पर माफियाओं ने जानलेवा हमला कर दिया। घटना रात करीब 11 बजे की है, जब अधिकारी अपने गनर और वाहन चालक के साथ क्षेत्रीय भ्रमण पर थे। इसी दौरान उन्हें चार ट्रैक्टर-ट्रॉली बालू लादते और ले जाते हुए दिखाई दिए। इनमें दो ट्रैक्टर साधारण बालू से भरे थे, जबकि दो ट्रॉली सहित खनन स्थल की ओर खाली जा रहे थे। चारों वाहनों को मौके पर रोका गया और वाहन चालकों के मोबाइल भी जब्त कर लिए गए।

पकड़धकड़ चल ही रही थी कि तभी मौके पर चार युवक पहुंचे। पूछताछ शुरू होते ही उन्होंने गाली-गलौज करना शुरू कर दिया और अचानक हमला बोल दिया। उन्होंने खान अधिकारी और गनर को जमीन पर गिराने की कोशिश की और गनर पर तमंचा सटा दिया। हमलावरों ने गनर की राइफल तक छीनने का प्रयास किया। स्थिति कुछ ही मिनटों में तनावपूर्ण हो गई और अफरातफरी के बीच दो खाली ट्रैक्टर मौके से फरार हो गए, जबकि हमलावर भी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले।
सूचना मिलते ही कुछ देर बाद थाना सिंगाही की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने साधारण बालू से भरे दो ट्रैक्टर-ट्रॉली को कब्जे में ले लिया। दोनों वाहनों की इंजन संख्याएँ—E-3246813 और 23297490—दर्ज कर उन्हें थाने में खड़ा कराया गया। बाद की जांच में यह भी सामने आया कि ओहरा नदी स्थित भौंकाघाट के तल से लगभग 6,390 घनमीटर अवैध बालू खनन किया गया था। वहीं, पोखरीघाट क्षेत्र से 3128 घनमीटर बालू के अवैध खनन/परिवहन का भी खुलासा हुआ। दोनों स्थानों के सटीक लोकेशन दर्ज किए गए, जिससे पूरे खनन क्षेत्र की पुष्टि हो गई।
घटना की शिनाख्त के दौरान चार आरोपियों की पहचान की गई। इनमें मुन्ना खान पुत्र शरीफ खान, हीरालाल पुत्र श्रीकेशन, रविंद्र अग्रवाल पुत्र अज्ञात और फतेह सिंह पुत्र अज्ञात शामिल हैं। इसके अलावा 4–5 अज्ञात वाहन चालक भी आरोपित बताए गए हैं। जांच में यह भी सामने आया कि ये चारों आरोपी पहले भी अवैध खनन और परिवहन में संलिप्त रहे हैं तथा उन पर कार्रवाई हो चुकी है।
अवैध खनन और परिवहन के कारण न केवल सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा, बल्कि सार्वजनिक सड़कों और चक मार्गों को भी नुकसान हुआ। रात के अंधेरे में बोरी छिपाकर बालू को चोरी-छिपे निकाला और परिवहन किया जा रहा था, जिससे पर्यावरण को भी क्षति पहुंची। खान अधिकारी ने अपनी तहरीर में स्पष्ट किया कि आरोपियों ने सरकारी कार्य में बाधा डालने के साथ-साथ जानलेवा हमला भी किया, जो गंभीर अपराध के अंतर्गत आता है।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ उ.प्र. उपखनिज (परिहार) एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम समेत बी एन एस में मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच उपनिरीक्षक मोहित सिंह को सौंपी गई है।










