
New Delhi : कांग्रेस देश के 12 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के विरोध में दिसंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली आयोजित करेगी। पार्टी की मंगलवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में इसका निर्णय लिया गया।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर महासचिव केसी वेणुगोपाल का वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा 12 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, विधानमंडल दल के नेताओं, महासचिवों और वरिष्ठ नेताओं के साथ एसआईआर प्रक्रिया की समीक्षा की जानकारी दी। वेणुगोपाल ने कहा कि चुनाव आयोग जानबूझकर समाज के कुछ वर्गों के वोट हटाने की कोशिश कर रहा है। उनका आरोप है कि एसआईआर का डिजाइन ही चुनिंदा वोटरों को टारगेट कर उनके नाम हटाने के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि असम के लिए अलग तरह का विशेष पुनरीक्षण लागू करना चुनाव आयोग की लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश है। उन्होंने केरल का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 9 दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव का पहला चरण होना है लेकिन उसी दिन बीएलओ को अंतिम सूची जमा करने का निर्देश दिया गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी एक वीडियो संदेश में कहा कि बिहार में हुए विशेष पुनरीक्षण की तरह ही बाकी राज्यों में भी टारगेट कर वोट काटे जा रहे हैं। कांग्रेस शुरुआत से ही एसआईआर की खामियों को उजागर करती रही है, बिहार चुनाव से पहले ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली गई थी और सुप्रीम कोर्ट के पांच आदेशों ने भी चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाए थे। खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने देशभर में ‘हस्ताक्षर अभियान’ चलाया, जिसमें पांच करोड़ हस्ताक्षर इकट्ठा हुए। यदि वोटर के अधिकार पर चोट की जाएगी, तो कांग्रेस आवाज उठाती रहेगी।
उल्लेखनीय है कि आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में एसआईआर प्रक्रिया से गुजर रहे 12 राज्यों के वरिष्ठ नेताओं के साथ रणनीतिक विचार–विमर्श किया। बैठक में महासचिव, प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, विधानमंडल दल के नेता और एआईसीसी सचिव मौजूद थे।










