अशोक गहलोत को बिहार में चुनौती, राजस्थान की राजनीति अब काम नहीं आएगी

जयपुर : भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के छह विधायक जल्द ही जदयू में शामिल हो सकते हैं, और कांग्रेस संगठन उन्हें रोक पाने की स्थिति में नहीं है। व्यंग्य करते हुए उन्होंने कहा— “रोक सकते हैं तो रोक लें गहलोत… अगर रोक पाएं तो।”

गहलोत पर सीधा वार

अग्रवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि राजस्थान में जिस तरह वे ‘विधायक बचाने’ की राजनीति करते थे, अब वही हुनर उन्हें बिहार में आज़माना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस की हालत उसकी अपनी विफलताओं का नतीजा है, किसी बाहरी साज़िश का नहीं।

अंता उपचुनाव का उदाहरण

अग्रवाल ने कहा कि अंता उपचुनाव का परिणाम इस बात का प्रमाण है कि भाजपा निष्पक्ष चुनाव कराती है और जनता का भरोसा पार्टी के साथ है। उन्होंने कहा कि “जो लोग बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप लगाते हैं, यह परिणाम उनके मुंह पर तमाचा है।”

चुनाव आयोग पर आरोप—‘सिर्फ राजनीतिक स्टंट’

कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को अग्रवाल ने पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आयोग केवल नीति निर्धारित करता है, जबकि चुनाव संचालन DM और BLO जैसे अधिकारी करते हैं, जो राज्य सरकार के अधीन होते हैं। ऐसे में भाजपा पर आरोप लगाना हास्यास्पद है।

‘कांग्रेस अपने ही पतन की दोषी’

अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस बिना किसी फूट के भी वहां पहुंच गई है जहाँ उसका जनाधार लगभग खत्म हो चुका है। उन्होंने अंत में दोहराया कि गहलोत को राजस्थान छोड़ बिहार की राजनीति में अपनी किस्मत आज़मानी चाहिए, शायद वहां कुछ बचा सकें।

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