Banda : कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के भ्रष्टाचार पर परदा डाल रहे बीएसए

  • एक माह बीतने के बाद भी नहीं मिलीं सूचनाएं, सपा नेता ने लगाया आरोप

Banda : जनपद में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों के संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई सूचनाएं एक माह बीत जाने के बाद भी नहीं मिलीं। इसे लेकर सूचना मांगने वाले सपा नेता पुष्पेंद्र सिंह चुनाले ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर कस्तूरबा विद्यालयों में हो रहे भ्रष्टाचार पर परदा डालने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि गरीब बेटियों के लिए संचालित इन विद्यालयों में धांधली की जा रही है और वार्डेन व लेखाकार गरीब बच्चियों के हक पर डाका डाल रहे हैं।

जसपुरा विकास खंड के चंदवारा गांव निवासी सपा नेता श्री चुनाले ने 17 अक्टूबर को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से विभिन्न बिंदुओं पर सूचना मांगी थी, लेकिन अभी तक सूचना देने के नाम पर उन्हें टरकाया जा रहा है। उन्होंने बीएसए पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की है, साथ ही राज्य सूचना आयोग तक मामला उठाने की चेतावनी दी है।

बताया गया है कि उन्होंने बीते माह कस्तूरबा विद्यालयों को दी जाने वाली अग्रिम धनराशि व भुगतान, अग्रिम धनराशि के सापेक्ष कुल समायोजन का भुगतान, जसपुरा कस्तूरबा विद्यालय में 2011 से अब तक की संपत्ति व स्टॉक का विवरण, सभी विद्यालयों में हॉस्टल मेंटिनेंस व मिसलेनियस मद का विवरण, तथा विद्यालयों में खरीदी गई खाद्य सामग्री के भुगतान का विवरण फर्म के नाम सहित मांगा था। लेकिन एक माह से अधिक का समय बीतने के बाद भी सूचना के नाम पर उन्हें ठेंगा दिखाया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में सपा नेता चुनाले ने जसपुरा कस्तूरबा विद्यालय का मुद्दा उठाया था, जहां विद्यालय की बच्चियों ने जिलाधिकारी के सामने रो-रोकर अपनी व्यथा सुनाई थी। डीएम के निर्देश पर बीएसए ने जसपुरा की आरोपी वार्डेन को उनके मायके तिंदवारी में तैनात कर हटाने का दिखावा किया था। इतना ही नहीं, जसपुरा की मौजूदा वार्डेन ने भी आरोपी वार्डेन पर विद्यालय की संपत्ति व स्टॉक का चार्ज न देने का आरोप लगाया था। उन्होंने बीएसए को लिखित रूप से विद्यालय का सामान गायब होने की जानकारी दी थी, लेकिन मामला टाल-मटोल की भेंट चढ़ गया।

चुनाले ने जिलाधिकारी से जसपुरा विद्यालय की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। उधर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्तराम तिवारी ने सभी आरोपों को निराधार बताया। कहा कि सूचना उनके स्तर पर नहीं, बल्कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय स्तर पर दी जाएगी। साथ ही उन्होंने शीघ्र ही सूचना उपलब्ध कराने की बात कही।

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