
नई दिल्ली। आउटर डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने सक्रिय गश्त और सतर्कता के चलते तीन अलग-अलग मामलों में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीन बटनदार चाकू बरामद किए हैं। राज पार्क और नांगलोई थाना क्षेत्रों में हुई इन कार्रवाईयों को पुलिस की जीरो-टॉलरेंस नीति का सीधा परिणाम बताया जा रहा है। पुलिस उपायुक्त (आउटर जिला) सचिन शर्मा के नेतृत्व में सभी बीट स्टाफ और पेट्रोलिंग यूनिट्स को असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद जिले में लगातार प्रभावी गश्त और त्वरित कार्रवाई दिखाई दे रही है।
पहली कार्रवाई राज पार्क थाना क्षेत्र में की गई। 16 नवंबर को एचसी संदीप और कॉन्स्टेबल संजय एचजीआई लेबर कॉलोनी, सुल्तानपुरी इलाके में गश्त कर रहे थे। जब वे भल्ला फैक्ट्री रेलवे लाइन के पास पहुंचे तो एक युवक पुलिस को देखकर भागने लगा। संदेह के आधार पर पीछा कर उसे पकड़ा गया। पूछताछ में उसकी पहचान अतुल, निवासी किराड़ी, उम्र 20 वर्ष के रूप में हुई। तलाशी लेने पर उसके पास से एक बटनदार चाकू बरामद हुआ। आरोप में उसके खिलाफ एफआईआर नंबर 644/25, धारा 25/54/59 आर्म्स एक्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इसी दिन दूसरी कार्रवाई नांगलोई थाना इलाके में हुई। एचसी थान सिंह और कॉन्स्टेबल दिनेश को गश्त के दौरान एक गुप्त सूचना मिली कि नांगलोई चौक के पास स्थित एमसीडी टॉयलेट के नजदीक एक व्यक्ति अवैध चाकू लेकर खड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो संदिग्ध युवक पुलिस को देखकर भागने लगा लेकिन स्टाफ ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। आरोपी की पहचान विक्की अग्रवाल, निवासी गेवरान, उम्र 30 वर्ष के रूप में हुई। तलाशी में उसके पास से एक बटनदार चाकू मिला। उसके खिलाफ एफआईआर नंबर 477/25, धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
तीसरी कार्रवाई भी नांगलोई में ही की गई। एचसी दीपक और कॉन्स्टेबल विक्रांत गश्त पर थे तभी उन्हें इनपुट मिला कि सुल्तानपुरी फ्लाईओवर के नीचे रेलवे लाइन के पास एक युवक चाकू लेकर घूम रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो संदिग्ध युवक ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने तुरंत उसे दबोच लिया। पूछताछ में युवक की पहचान देवेंद्र कुमार उर्फ शेखर, निवासी नांगलोई, उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई। तलाशी में उसके पास से भी एक बटनदार चाकू बरामद हुआ। उसके खिलाफ एफआईआर नंबर 478/25, धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
तीनों ही मामलों में बरामद चाकुओं को केस प्रॉपर्टी के रूप में जब्त कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इन चाकुओं का इस्तेमाल किस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जा सकता था और क्या इनके पीछे कोई संगठित सप्लाई चैन है।
आउटर जिला पुलिस का कहना है कि इलाके में गश्त और पुलिस उपस्थिति बढ़ाई गई है ताकि असामाजिक तत्वों को हतोत्साहित किया जा सके और नागरिकों में सुरक्षा का भरोसा बना रहे।















