
Bhubaneswar : भद्रक पुलिस ने मंगलवार को एक बड़े अभियान के तहत भद्रक बस स्टैंड के पास से 17 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। ये सभी अपने आप को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले का निवासी बता रहे थे। पुलिस ने उन्हें नए बस स्टैंड के निकट स्थित नाइट शेल्टर से तब रोका जब उनकी गतिविधियां और बातचीत संदिग्ध लगीं।
अधिकारियों के अनुसार, संदिग्धों के पास आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र मिले हैं, जिनकी प्रामाणिकता की जांच की जा रही है। पुलिस उनकी पृष्ठभूमि की भी पड़ताल कर रही है ताकि उनकी वास्तविक पहचान और किसी अवैध गतिविधि या नेटवर्क से संभावित संबंधों का पता लगाया जा सके।
भद्रक के पुलिस अधीक्षक मनोज राउत ने हिरासत की पुष्टि करते हुए बताया कि विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, “हम दस्तावेज़ों और व्यक्तियों के पूर्ववृत्त की जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब राज्य सरकार संदिग्ध घुसपैठियों के खिलाफ निगरानी और सत्यापन की प्रक्रिया को तेज कर रही है। हाल ही में राज्य के विधि मंत्री ने कहा था कि ओडिशा सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर ऐसे व्यक्तियों की पहचान, जांच और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पहचान पुख्ता होने के बाद उनके निर्वासन की प्रक्रिया के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
भद्रक जिले के संवेदनशील इलाकों में पुलिस निगरानी बढ़ा दी गई है, और मामले की जांच जारी है। आगे की जानकारी दस्तावेज़ सत्यापन पूरा होने के बाद सामने आएगी।















