
Auraiya : जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने आज कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय कक्ष से आयोजित जूम मीटिंग में अधिकारियों को निर्देश दिए कि समस्या एवं शिकायत संबंधी प्रार्थना पत्रों का निस्तारण संवाद, संपर्क एवं स्थलीय निरीक्षण के बाद ही किया जाए, ताकि फरियादियों को पुनः शिकायत करने का अवसर न मिले। उन्होंने कहा कि थोड़ी-सी लापरवाही से प्रार्थना पत्रों की संख्या बढ़ती है, जिससे जनपद की रैंकिंग प्रभावित होती है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी अधिकारी प्रतिदिन प्रातः 10 बजे कार्यालय में उपस्थित होकर जूम मीटिंग में सहभागिता सुनिश्चित करें, उसके बाद ही क्षेत्र में भ्रमण पर जाएं। उन्होंने क्षेत्रीय निरीक्षण के दौरान शासन की कल्याणकारी योजनाओं से आमजन को अवगत कराने तथा छूटे पात्रों को सूचीबद्ध कर लाभान्वित कराने पर जोर दिया।
निरीक्षण में जल निकासी, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी पाए जाने पर संबंधित विभाग को अवगत कराने के भी निर्देश दिए। सदर तहसील क्षेत्राधिकारी कार्यालय के पास फैली गंदगी पर नाराजगी जताते हुए नगरपालिका को तत्काल सफाई कराने के आदेश दिए गए। आरोग्यम शिविरों में पात्रों को लाभ दिलाने हेतु अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य की गई। साथ ही निर्वाचन आयोग के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम में वालंटियरों की लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।











