NIA जांच में नया मोड़: प्रियंका शर्मा का नाम फरीदाबाद-अनंतनाग ‘व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल’ से जुड़ा

New Delhi : दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए विस्फोटक हमले जिसमें 13 लोगों की जान गई और 20 से अधिक घायल हुए की जांच तेज हो गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस विंग ने ‘व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल’ के तार फरीदाबाद से अनंतनाग तक जोड़ते हुए एक नया नाम सामने लाया है हरियाणा के रोहतक की डॉक्टर प्रियंका शर्मा। शनिवार रात को अनंतनाग के मलकनाग इलाके में उनके किराए के फ्लैट पर छापेमारी के दौरान उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। फोरेंसिक जांच के लिए उनका मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिया गया है। लेकिन प्रियंका के परिवार ने किसी भी आतंकी लिंक से सख्त इनकार किया है, कहा कि वह मेडिसिन में MD/PhD करने के लिए J&K गई हैं और डॉक्टर आदिल जो गिरफ्तार आतंकी नेटवर्क का हिस्सा हैं से महज सीनियर-जूनियर का रिश्ता था। आइए, विस्तार से जानते हैं इस सनसनीखेज मामले के हर पहलू को।

फरीदाबाद मॉड्यूल से अनंतनाग तक जांच का विस्तार: डॉक्टर आदिल की गिरफ्तारी से खुला नेटवर्क
दिल्ली ब्लास्ट की जांच में NIA ने फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े ‘सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल’ का पर्दाफाश किया है, जो जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवात-उल-हिंद (AGuH) से जुड़ा माना जा रहा है। मुख्य आरोपी डॉक्टर उमर नबी (पुलवामा) फिदायीन हमलावर था, जबकि सह-आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल गनई और डॉक्टर शाहीन (पुलवामा) ने हवाला से 20 लाख रुपये की फंडिंग की थी। इनमें से 3 लाख रुपये से 26 क्विंटल NPK उर्वरक खरीदा गया, जो IED बनाने में इस्तेमाल हुआ।

इस मॉड्यूल का एक प्रमुख लिंक यूपी के सहारनपुर से गिरफ्तार डॉक्टर आदिल अहमद (अनंतनाग GMC का पूर्व कर्मचारी) से जुड़ा है। आदिल की पूछताछ में कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से प्रियंका का नाम उभरा, जो उनके सीनियर रह चुके थे। J&K पुलिस की CIK टीम ने शनिवार रात करीब 9 बजे अनंतनाग के मलकनाग में डॉक्टर खालिद अजीज तक के घर पर छापा मारा, जहां प्रियंका मौजूद थीं। उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, और हरियाणा से एक टीम अनंतनाग पहुंच चुकी है बैकग्राउंड वेरिफिकेशन के लिए। NIA अब लखनऊ, कानपुर, मेरठ और सहारनपुर के मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की स्कैनिंग कर रही है। फरीदाबाद में धौज और नूह इलाकों में 3 अन्य डॉक्टरों को डिटेन किया गया है।

प्रियंका शर्मा कौन हैं? MD की पढ़ाई के लिए J&K, रोहतक में मेडिकल ऑफिसर
डॉ. प्रियंका शर्मा (उम्र 28 वर्ष) हरियाणा के रोहतक की रहने वाली हैं। उन्होंने 2019 में MBBS पूरा किया और झज्जर के डीघल कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में मेडिकल ऑफिसर के रूप में कार्यरत रहीं। 2021 में उनका विवाह अनिरुद्ध कौशिक (भिवानी सिविल अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर) से हुआ। 2023 में छुट्टी लेकर वह मेडिसिन में MD/PhD की पढ़ाई के लिए अनंतनाग के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC) पहुंचीं, जहां जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं। अक्टूबर 2023 से वह GMC में जूनियर रेजिडेंट के रूप में रह रही हैं और कॉलेज हॉस्टल में ठहरती हैं। परिवार के अनुसार, वह नियमित रूप से घरवालों से वीडियो कॉल पर बात करती हैं।

परिवार का दर्द और सफाई: ‘आदिल से सीनियर-जूनियर का रिश्ता, कोई आतंकी लिंक नहीं’
प्रियंका के परिवार ने सोमवार को रोहतक के जनता कॉलोनी स्थित घर पर मीडिया से बात की। उनके भाई भारत शर्मा (हरियाणा रोडवेज, सोनीपत डिपो में क्लर्क) ने कहा, प्रियंका का आदिल या किसी टेरर नेटवर्क से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं। वह MD के कोर्स में आदिल की जूनियर थीं, इसलिए प्रोफेशनल बातचीत होती रही होगी। भारत ने बताया कि शनिवार रात 9 बजे वीडियो कॉल पर प्रियंका से बात हो रही थी, जब अचानक कनेक्शन कट गया। उसके बाद उनके जीजा अनिरुद्ध कौशिक (भिवानी) ने फोन कर बताया कि जांच एजेंसी प्रियंका को पूछताछ के लिए ले गई है। रूममेट से बात करने पर यह पुष्टि हुई।

परिवार के पिता सतीश शर्मा (मेहम शुगर मिल में सिक्योरिटी स्टाफ) और मां (गृहिणी) ने कहा, हम जांच में पूरा सहयोग करेंगे। प्रियंका निर्दोष हैं। गुरुग्राम STF ने भिवानी में ससुराल वालों से भी पूछताछ की। भाई ने जोर देकर कहा, रोज रात को वीडियो कॉल होती है, आतंकी आदिल या JeM जैसे किसी नेटवर्क से हमारा कोई लेना-देना नहीं। प्रियंका सिर्फ पढ़ाई के लिए गई हैं। परिवार ने प्रियंका की रिहाई की अपील की और कहा कि वह हमेशा देशभक्त रही हैं।

जांच का अगला चरण: फोन की फोरेंसिक, मल्टी-स्टेट रेड्स NIA पर नजरें
J&K पुलिस ने प्रियंका के फोन और सिम की फोरेंसिक जांच शुरू कर दी है, जिसमें CDR, मैसेज और कॉन्टैक्ट्स की पड़ताल हो रही है। CIK ने दक्षिण कश्मीर में कई रेड्स किए हैं, और NIA अब उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के मेडिकल नेटवर्क को स्कैन कर रही है। फरीदाबाद में धारा 163 (पूर्व 144) लागू कर अलर्ट बढ़ा दिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने NIA DG और IB चीफ के साथ रिव्यू मीटिंग की, जहां ‘व्हाइट-कॉलर’ मॉड्यूल को प्राथमिकता दी गई। विशेषज्ञों का कहना है कि यह मॉड्यूल डॉक्टरों के जरिए लॉजिस्टिक और फंडिंग दे रहा था, जो IED और हवाला से जुड़ा था।

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