
Jhansi : उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कोतवाली थाना क्षेत्र के उन्नाव गेट बाहर पंचवटी कॉलोनी में 13 नवंबर को दिन दहाड़े हुई रमेश प्रजापति की हत्या को अंजाम देने वाले दो आरोपित रविवार देर रात पुलिस मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से घायल हो गए। दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर मेडिकल में उपचार के लिए भर्ती कराया है। पुलिस टीम ने दोनों के कब्जे से दो तमंचे और कारतूस बरामद किए हैं।
एसपी सिटी प्रीति सिंह ने बताया कि देर रात थाना शहर कोतवाली पुलिस अपराधियों की धर पकड़ कर रही थी। तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि दो संदिग्ध व्यक्ति नगरिया कुआं के पास खड़े हैं और कहीं भागने की फ़िराक में है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों संदिग्धों को रोकने का प्रयास किया। पुलिस को देख दोनों संदिग्ध भागने लगे। पुलिस टीम पर तमंचों से फायर झोंक दिया। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। इसमें संदिग्धों के पैर में गोली लगने से दोनों घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने अपने नाम सीमा से सटे मध्य प्रदेश के जिला निवाड़ी निवासी सचेंद्र यादव और विनोद यादव बताए। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह अपने एक और साथी के साथ 13 नवंबर को शराब पार्टी कर रहे थे। शराब के नशे वे लोग कोतवाली थाना क्षेत्र के पंचवटी कॉलोनी के पास रहने वाले रमेश प्रजापति के घर गए। जहां उन्होंने फिर दारू पार्टी की। इसी दौरान विवाद होने पर उन्होंने रमेश से मारपीट की। उसे बचाने आए उसके पुत्र के साथ भी मारपीट कर दी। इसके बाद उन्होंने रमेश के हाथ-पैर बांध कर बिजली के तार से गला कसकर हत्या कर दी। एसपी सिटी ने बताया कि घायलों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। इनके कब्जे से दो तमंचे और कारतूस मिले हैं। घटना का एक साथी फिलहाल अभी भी फरार चल रहा है।










