Delhi Blast : TATP विस्फोटक और 9MM कारतूस, राजधानी के पहले फिदायीन हमले में नया खुलासा

New Delhi : राष्ट्रीय राजधानी को हिलाकर रख देने वाले लाल किले (लाल किला) के पास कार ब्लास्ट जिसमें 13 लोगों की जान गई और 20 से अधिक घायल हुए की जांच में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इसे देश की राजधानी का पहला फिदायीन (आत्मघाती) हमला करार दिया है, जिसमें मुख्य आरोपी कश्मीरी डॉक्टर उमर नबी शहीद हो गया। NIA ने सोमवार को सहयोगी साजिशकर्ता आमिर राशिद अली को गिरफ्तार किया, जो वाहन खरीदने और IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) प्लांट करने में शामिल था। फोरेंसिक जांच में विस्फोटक में TATP (ट्राइएसीटोन ट्राइपेरोक्साइड) का इस्तेमाल संभव माना जा रहा है, साथ ही घटनास्थल से बरामद 9MM कैलिबर के तीन कारतूसों ने जांच को नया मोड़ दिया। यह हमला फरीदाबाद के सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल के फेल होने के तुरंत बाद प्लान किया गया था, जो जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवात-उल-हिंद (AGuH) से जुड़ा था। आइए, विस्तार से जानते हैं इस सनसनीखेज घटना के हर पहलू को।

ब्लास्ट की भयावहता: 10 नवंबर की शाम को लाल किले के पास IED से धमाका, 13 की मौत
10 नवंबर 2025 की शाम करीब 6:52 बजे, लाल किला मेट्रो स्टेशन गेट नंबर 1 के पास सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर एक ह्युंडई i20 कार (हरियाणा नंबर HR26 CE 7674) में जबरदस्त धमाका हुआ। वाहन में लगभग 40-50 किलो विस्फोटक लदा था, जो फटते ही आसपास की कई गाड़ियों को आग के गोले में बदल दिया। दिल्ली फायर सर्विसेज को 7 बजे कॉल मिली, और 13 फायर टेंडरों ने आग बुझाई। मौत का आंकड़ा 13 तक पहुंच गया, जिसमें राहगीर, वाहन चालक और मेट्रो स्टेशन के आसपास के लोग शामिल हैं। घायलों को LNJP और अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां कई की हालत गंभीर है।

घटनास्थल पर कोई क्रेटर या शरैपनेल्स नहीं मिले, जो IED के वाहन-आधारित नेचर को दर्शाता है। दिल्ली मेट्रो ने सुरक्षा कारणों से लाल किला स्टेशन को 12 नवंबर तक बंद रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने LNJP अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने साइट का दौरा कर NIA को जांच सौंपी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे ‘आतंकी घटना’ घोषित कर UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत केस दर्ज किया। NSG की तलाशी टीम ने साइट की जांच की, और 100 से अधिक CCTV फुटेज की स्कैनिंग हो रही है।

NIA की बड़ी सफलता: आमिर की गिरफ्तारी, डॉ. उमर का फिदायीन प्लान फरीदाबाद मॉड्यूल से कनेक्शन
NIA ने दिल्ली पुलिस से केस लेते हुए कई राज्यों में छापेमारी की, जिसमें जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली शामिल हैं। गिरफ्तार आमिर राशिद अली (जम्मू-कश्मीर के पंपोर, संबूरा निवासी) ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह डॉ. उमर के साथ मिलकर हमले की साजिश रच रहा था। आमिर ने दिल्ली आकर वाहन खरीदने में मदद की, जो ब्लास्ट वाली i20 कार थी। फोरेंसिक रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि कार उमर ही चला रहा थातीन लोगों की मौजूदगी के बावजूद यह फिदायीन अटैक था, हालांकि कुछ स्रोतों में ‘ट्रांसपोर्ट बॉम्ब’ का भी जिक्र है।

NIA ने उमर से जुड़ा एक अन्य वाहन जब्त किया है। अब तक 73 लोगों से पूछताछ हो चुकी है, और 9 संदिग्धों को कस्टडी में लिया गया जिनमें कानपुर से 9 लोग शामिल हैं। जांच में फरीदाबाद का ‘सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल’ उजागर हुआ, जो JeM हैंडलरों से जुड़ा था। उमर, जो पुलवामा का डॉक्टर था, पिछले साल से फिदायीन की तलाश में था। काजीगुंड से पकड़े गए जसीर ने बताया कि उमर दक्षिण कश्मीर में साजिश को अंजाम दे रहा था। एक महिला डॉक्टर (अनंतनाग GMC की, डॉ. आदिल अहमद की जूनियर) को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया, लेकिन उसका फोन फोरेंसिक जांच में है।

नए खुलासे: TATP से IED, 9MM कारतूस और हवाला के 20 लाख मनी ट्रेल ने जोड़ी कड़ियां
फोरेंसिक जांच में विस्फोटक के प्रमुख घटक के रूप में TATP (ट्राइएसीटोन ट्राइपेरोक्साइड) एक अत्यधिक संवेदनशील हाई-एक्सप्लोसिव का संदेह जताया गया है। यह झटके, गर्मी या घर्षण से फट सकता है। IED में 2-3 किलो अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और 26 क्विंटल NPK उर्वरक (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम आधारित) का मिश्रण था, जो कृषि के नाम पर खरीदा गया।
घटनास्थल से बरामद तीन 9MM कैलिबर कारतूस (एक खाली) ने सनसनी फैला दी। यह हथियार सुरक्षा बलों का है, आम नागरिकों के पास अवैध। पिस्तौल या उसके पार्ट्स नहीं मिले, इसलिए जांचकर्ता ट्रेस कर रहे हैं कि ये कैसे पहुंचे शायद साजिश का हिस्सा या संयोग।

सबसे बड़ा खुलासा मनी ट्रेल का: हवाला से JeM हैंडलर ने डॉ. उमर, डॉ. मुजम्मिल गनई और डॉ. शाहीन को 20 लाख रुपये भेजे। इनमें से 3 लाख से NPK उर्वरक खरीदा गया। उमर और शाहीन के बीच पैसे के लेन-देन पर तनाव हुआ, जो मुजम्मिल के सुरागों से जुड़ा। शाहीन (40 वर्षीय, पुलवामा) को 11 नवंबर को गिरफ्तार किया गया वह मॉड्यूल की आठवीं आरोपी है। यह 20-दिन पुरानी J&K पुलिस जांच का हिस्सा है, जो JeM-AGuH लिंक को उजागर कर रही है।

जांच का दायरा: मल्टी-स्टेट ऑपरेशन, 73 पूछताछ क्या है अगला कदम?
NIA दिल्ली, J&K, हरियाणा, UP और अन्य राज्यों में लोकल पुलिस के साथ तालमेल बिठा रही है। मोबाइल डंप रिकॉर्ड्स, कम्युनिकेशन डेटा और CCTV से वाहन का पूरा रूट ट्रेस हो रहा है। अमित शाह ने मंगलवार को IB चीफ, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और NIA DG के साथ रिव्यू मीटिंग की। पंजाब को अलर्ट किया गया है, और RAF तैनात है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ‘प्रिमेच्योर ब्लास्ट’ था फरीदाबाद मॉड्यूल बस्ट होने से उमर ने जल्दबाजी की।


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