मुरादाबाद में 600 करोड़ के टैक्स चोरी का खुलासा, 5 IPS की टीम संग IG करेंगे जांच

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में 600 करोड़ रुपये से अधिक के GST टैक्स चोरी के मामले ने सनसनी मचा दी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन ने 5 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की है।

पीतल नगरी के नाम से प्रसिद्ध मुरादाबाद इस समय एक बड़े जीएसटी घोटाले के कारण सुर्खियों में है। जिले में 600 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी का मामला सामने आया, जिसने प्रदेशभर में हड़कंप मचा दिया। यह मामला तब उजागर हुआ जब मुरादाबाद में लोहे के स्क्रैप से लदे दो ट्रक पकड़े गए।

जांच में पता चला कि फर्जी बिलिंग और चोरी के जरिए करोड़ों रुपये का टैक्स हेराफेरी किया गया था। इस गंभीर प्रकरण के मद्देनजर शासन ने 5 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की SIT गठित की है। यह टीम आईजी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में पूरे मामले की विस्तृत जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि इस बड़े घोटाले के पीछे कौन-कौन से कारोबारी और अधिकारी शामिल हैं।

सूत्रों के मुताबिक, मुरादाबाद जिले में अब तक 9 बड़े फर्जीवाड़े के केस दर्ज किए गए हैं, जिनकी कुल राशि लगभग 600 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पूरे प्रदेश में ऐसे 147 टैक्स चोरी के मामले सामने आए हैं, जो 45 जिलों तक फैले हैं। यह कार्रवाई अब तक की सबसे बड़ी फर्जी बिलिंग और टैक्स हेराफेरी का मामला मानी जा रही है। जांच टीम जल्द ही आरोपित फर्मों और उनसे जुड़े लोगों से पूछताछ शुरू करेगी।

SIT को निर्देश दिए गए हैं कि सभी जिलों के लंबित मामलों की समीक्षा की जाए और GST चोरी में लिप्त कारोबारियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। मुरादाबाद का यह घोटाला न केवल स्थानीय उद्योग जगत बल्कि प्रशासनिक तंत्र को भी हिला गया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि दोषियों को जल्द सजा मिल सके और भविष्य में इस तरह की टैक्स चोरी पर रोक लगाई जा सके।

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