
लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने पेट्रोल पंपों पर मिलावटी पेट्रोल-डीजल की सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. फिरोजाबाद के थाना एका क्षेत्र से गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. यह गिरोह बुलंदशहर, अलीगढ़, फिरोजाबाद, हापुड़ और मेरठ जैसे कई जनपदों में सक्रिय था.
गिरोह का मास्टरमाइंड अलीगढ़ की केमिकल फैक्ट्री से मिलावटी पेट्रोल 70-75 प्रति लीटर खरीदता था. उसे पेट्रोल पंप पर 85 प्रति लीटर बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहा था. यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन की शिकायत पर एसटीएफ फील्ड यूनिट गौतमबुद्ध नगर द्वारा की गई है.
फिरोजाबाद में पकड़ा गया गिरोह: अपर पुलिस अधीक्षक राज कुमार मिश्रा ने बताया 14 नवंबर 2025 की रात करीब 8 बजे एसटीएफ को सूचना मिली कि नकली और मिलावटी डीजल-पेट्रोल से भरा एक टैंकर चंद्रा फिलिंग स्टेशन पर सप्लाई देने वाला है.

एसटीएफ नोएडा टीम ने क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी फिरोजाबाद और थाना एका पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा. शुरुआती पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ कि मिलावटी पेट्रोलियम पदार्थ अलीगढ़ स्थित ‘पराग पेंट्स एंड केमिकल फैक्टरी’ से लाया गया था.
इसके बाद एसटीएफ ने जिला पूर्ति अधिकारी, अलीगढ़ के साथ मिलकर फैक्ट्री में भी छानबीन की. वहां से कन्हैया लाल और सर्वेश कुमार को हिरासत में लिया गया. पूछताछ के बाद कुल 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
गिरफ्तार किए गए लोगो में पवन गिरी निवासी बुलंदशहर, सद्दाम निवासी बुलंदशहर, चन्द्र विजय निवासी शिकोहाबाद, सर्वेश कुमार निवासी बदायूं और कन्हैया लाल निवासी सासनी गेट, अलीगढ़ हैं.
70 में खरीद, 85 रुपए में बिक्री: एसटीएफ की पूछताछ में मुख्य अभियुक्त पवन गिरी ने बताया कि वह पिछले 5 वर्ष से मिलावटी तेल का धंधा कर रहा है. इसमें काफी मुनाफा था. उसने बताया कि वह अलीगढ़ के कन्हैया लाल की ‘पराग पेंट्स एंड केमिकल फैक्टरी’ से मिलावटी पेट्रोल 70 से 75 रुपए प्रति लीटर खरीदता था. उसे विभिन्न पेट्रोल पंपों पर 85 रुपए प्रति लीटर बेचता था.
गिरफ्तारी के समय पवन गिरी के टैंकर में 8,000 लीटर मिलावटी पेट्रोल था. जिसे वह जेडा झाल स्थित चन्द्रा फिलिंग स्टेशन पर उतार रहा था. जांच में पता चला है, कि इस फिलिंग स्टेशन के पास पेट्रोल पंप चलाने का लाइसेंस तक नहीं है. यह पिछले 4 महीने से अवैध रूप से मिलावटी पेट्रोल बेच रहा था.












