
Kolkata : पश्चिम बंगाल में अवैध रूप से रह रहे एक बांग्लादेशी युवक को शुक्रवार रात उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के चलते बढ़ते दबाव के कारण सीमा पार कर अपने देश लौटने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
गिरफ्तार युवक की पहचान दूर्जय रॉय के रूप में हुई है। 28 वर्षीय युवक उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले के हल्दीबाड़ी क्षेत्र से पकड़ा गया। पुलिस की पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह करीब चार वर्ष पहले अवैध तरीके से भारत आया था। यहां रहकर उसने कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड और पैन कार्ड भी बनवा लिए थे।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार दोपहर से ही उसे सिन्जरहाट इलाके में संदिग्ध रूप से घूमते देखा गया था, जिसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। देवनगंज आउट पोस्ट की टीम मौके पर पहुंची और पूछताछ में युवक ने स्वयं को बांग्लादेश निवासी बताया, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, वह बांग्लादेश के सिराजगंज जिले के मारदिया गांव का रहने वाला है और पिछले चार वर्षों से भारत में चाय बागानों व होटलों में मजदूरी कर रहा था। एसआईआर प्रक्रिया शुरू होते ही उस पर देश छोड़ने का दबाव बढ़ गया। वह एक दलाल की मदद से रात के अंधेरे में भारत–बांग्लादेश सीमा पार कर लौटने की योजना बना रहा था और इसी कोशिश में हल्दीबाड़ी पहुंचा था।
वापसी के दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया। तलाशी में उसके पास से मोबाइल फोन, आधार, पैन कार्ड, एटीएम और कुछ नकदी बरामद हुई। हिरासत में लेने के बाद युवक ने बताया कि वह चार वर्ष पहले घूमने के उद्देश्य से भारत आया था और यहां चाय बागानों व होटलों में काम करता था, हालांकि उसने अवैध तरीके से भारत आने की बात से इनकार किया।
पुलिस का कहना है कि एसआईआर प्रक्रिया शुरू होने के बाद से सीमा क्षेत्रों में इस तरह भागने की कोशिश करने वालों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।










