
New Delhi : बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत (202 सीटें) के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार रात खुलकर पश्चिम बंगाल को अगला लक्ष्य घोषित कर दिया। पटना में एनडीए की जीत रैली को वर्चुअल संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, गंगा बिहार से बंगाल तक बहती है। बिहार ने बंगाल में भाजपा की जीत का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। अब हम बंगाल से भी जंगलराज हटाएंगे। इस बयान ने पश्चिम बंगाल की सियासत में भूचाल ला दिया।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इसे ‘बंगाल की महिलाओं का अपमान’ करार दिया, जबकि भाजपा ने ‘संकेत साफ, अब बदलाव की बारी’ कहकर जवाबी हमला बोला। 2026 के बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले यह सियासी युद्ध का आगाज माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने बिहार की जीत को ‘विकास और सुशासन की लहर’ बताया और कहा, बिहार ने दिखा दिया कि लोग जंगलराज नहीं चाहते।
अब गंगा की धारा बंगाल तक पहुंचेगी। वहां भी कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार और हिंसा का अंत होगा।उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा, विकास और रोजगार सब खतरे में हैं। केंद्र ने 100 दिनों का काम, मनरेगा, आवास योजना के पैसे दिए, लेकिन TMC ने रोके। अब जनता जवाब देगी।
TMC का तीखा पलटवार: ‘भ्रम में मत रहें, महिलाएं देंगी करारा जवाब’
TMC ने पीएम के बयान को ‘बंगाल विरोधी साजिश’ का हिस्सा बताया। पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, पीएम मोदी किसी भ्रम में मत रहें। बंगाल में भाजपा के लिए जीत दूर की कौड़ी है। यहां की महिलाएं उन्हें 2026 में करारा जवाब देंगी।
उन्होंने आरोप लगाया:
केंद्र ने बंगाल को ₹1.18 लाख करोड़ रोके – मनरेगा, PMAY, 100 दिन काम योजना।
लक्ष्मी भंडार, कन्याश्री, रूपश्री – ये TMC की योजनाएं हैं, जिन्हें मोदी जी कॉपी कर रहे हैं।
भाजपा को ‘बंगाल विरोधी जमींदार’ कहा जाता है। वे बंगाल की संस्कृति, भाषा और महिलाओं का अपमान करते हैं।
TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने ट्वीट कर कहा, बिहार में नीतीश कुमार जीते, मोदी नहीं। बंगाल में ममता दीदी की लहर है – 2021 में 215 सीटें, 2026 में 220+।
भाजपा का जवाबी हमला: ‘इशारा साफ, अब बंगाल में बदलाव’
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने कहा, प्रधानमंत्री ने वही कहा, जो सच है। बंगाल में पोस्ट-पोल वायलेंस, संधेशखाली, भ्रष्टाचार, माफिया राज – ये TMC की देन है। जनता बदलाव चाहती है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, पीएम मोदी ने इशारा कर दिया है – अब बंगाल की बारी है। 2021 में हम 77 सीटें जीते, 2026 में 200+ आएंगी।
उन्होंने TMC पर पलटवार करते हुए कहा:
TMC ने केंद्र के पैसे रोके, लेकिन बंगाल की जनता सब देख रही है।
महिलाओं की सुरक्षा? संदेशखाली में क्या हुआ? TMC के गुंडों ने महिलाओं को प्रताड़ित किया।
भाजपा बंगाल की अस्मिता की रक्षा करेगी।
2026 का रोडमैप: भाजपा की ‘बंगाल विजय’ रणनीति
भाजपा ने ‘बंगाल विजय अभियान’ शुरू करने का ऐलान किया। रणनीति:
महिला वोट बैंक: लक्ष्मी भंडार के जवाब में ‘महिला सम्मान योजना’ – ₹3,000/माह।
युवा और बेरोजगारी: ‘बंगाल रोजगार मिशन’ – 50 लाख नौकरियां।
हिंदू वोट: संधेशखाली, पोस्ट-पोल वायलेंस को मुद्दा बनाना।
बंगाल की अस्मिता: ‘सोनार बांग्ला’ विजन – उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य।
भाजपा सूत्रों ने बताया, अमित शाह दिसंबर में कोलकाता आएंगे, और जनवरी से रैलियां शुरू।
TMC का काउंटर: ‘बंगाल मॉडल’ vs ‘मोदी मॉडल’
ममता बनर्जी ने शनिवार सुबह ट्वीट कर कहा, “बंगाल का मॉडल – महिलाओं का सशक्तिकरण, गरीबों का कल्याण। मोदी जी का मॉडल – पैसे रोकना, झूठ बोलना। 2026 में बंगाल फिर TMC को चुनेगा।” TMC ने ‘महिला सम्मेलन’ और ‘बंगाल बचाओ रैली’ का ऐलान किया।
राजनीतिक विश्लेषण: 2026 की जंग का ट्रेलर
2021 रिजल्ट: TMC – 215, BJP – 77
2024 लोकसभा: BJP – 12, TMC – 29 (लेकिन वोट शेयर BJP 38.7%, TMC 43.3%)
महिला वोट: 2021 में TMC को 52% महिला वोट, BJP को 38%
विशेषज्ञों का कहना है, बिहार की जीत ने BJP को मनोवैज्ञानिक बढ़त दी, लेकिन बंगाल में TMC की जमीनी पकड़ मजबूत है। महिला योजनाएं, बंगाल की अस्मिता और ममता का करिश्मा – ये TMC के हथियार हैं।
निष्कर्ष: गंगा की लहर vs बंगाल की आंधी
पीएम मोदी का बयान 2026 की जंग का शंखनाद है। भाजपा ‘बिहार मॉडल’ को बंगाल में दोहराना चाहती है, जबकि TMC ‘बंगाल मॉडल’ को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। महिलाएं, विकास और कानून-व्यवस्था – यही मुद्दे 2026 का फैसला करेंगे।
कोलकाता की सड़कों पर अभी से ‘जय श्री राम’ vs ‘जय बांग्ला’ के नारे गूंजने लगे हैं। बंगाल की सियासत गरमा गई है – अब 2026 का इंतजार!















