भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह को किया निष्कासित, पार्टी-विरोधी बयान बना वजह

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरा से पूर्व सांसद आर.के. सिंह को पार्टी-विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया है। बताया जा रहा है कि हालिया लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने एनडीए के ही कुछ उम्मीदवारों को वोट न देने की सार्वजनिक अपील की थी, जिसके बाद भाजपा ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता माना।

भाजपा ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक पत्र में कहा गया है कि आर.के. सिंह की गतिविधियां पार्टी की विचारधारा और अनुशासन के खिलाफ पाई गईं, जिससे संगठन को नुकसान पहुंचा है। नोटिस में उन्हें पार्टी से निलंबित करते हुए पूछा गया है कि आखिर उन्हें निष्कासित क्यों न किया जाए। साथ ही एक सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।

क्या था पूरा मामला?
दरअसल, आर.के. सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर एनडीए के कुछ प्रत्याशियों को वोट न देने की अपील की थी। वीडियो में उन्होंने कहा था कि किसी भी आपराधिक या भ्रष्ट पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को वोट नहीं दिया जाना चाहिए, चाहे वह किसी भी जाति या समुदाय का व्यक्ति क्यों न हो। उन्होंने ऐसी प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वालों को भी कठोर शब्दों में लताड़ा और चेतावनी दी कि अपराधियों को चुनने से बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार ही बढ़ेगा और विकास संभव नहीं हो पाएगा।

उनके इस बयान को भाजपा ने गठबंधन-विरोधी और अनुशासनहीनता की श्रेणी में रखते हुए कठोर कार्रवाई की है।

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