
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम अब धीरे-धीरे साफ़ होने लगे हैं। रुझानों के अनुसार, बीजेपी और जेडीयू के वोटों के साथ एनडीए राज्य में प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर सत्ता में लौट रही है। एनडीए 200 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि महागठबंधन केवल 28 सीटों पर सीमित नजर आ रहा है।
इस बार चुनाव प्रचार में बीजेपी के कई नेताओं ने पूरी ताकत झोंकी। स्टार कैंपेनर के रूप में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख भूमिका निभाई। अब सवाल उठता है कि उन क्षेत्रों में नतीजे कैसे रहे, जहां योगी ने प्रचार किया।
योगी आदित्यनाथ ने जिन सीटों पर प्रचार किया उनमें गया, बेतिया, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, दानापुर, पटना, सहरसा, रघुनाथपुर, सिवान, शाहपुर, बक्सर, लालगंज, अगियाव, केवाटी, छपरा, नगर, मुजफ्फरपुर, गरखा, दिघा, पटना, दरभंगा, मोहिबुद्दीननगर, लखीसराय, बख्तियारपुर और गोपालगंज शामिल हैं। ये कुल 136 सीटें बनाती हैं, जो विधानसभा का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
इन 136 सीटों में एनडीए की बढ़त इस प्रकार है: बीजेपी 65 सीटों पर, जेडीयू 41 सीटों पर, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 8, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) 3, और राष्ट्रीय लोकमोर्चा 1 सीट पर आगे है। यानी लगभग 80% सीटें बीजेपी के खाते में जाती हुई दिख रही हैं।
योगी की सक्रियता और प्रचार ने महागठबंधन को भारी नुकसान पहुंचाया। इन सीटों पर महागठबंधन के प्रदर्शन में: राजद 16, AIMIM 1, और कम्युनिस्ट पार्टी 1 सीट पर आगे है। एनडीए की यह ऐतिहासिक विजय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकासोन्मुख मार्गदर्शन और डबल इंजन सरकार की लोक-कल्याणकारी नीतियों का परिणाम मानी जा रही है।














