
रतलाम, मध्य प्रदेश। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार रात को एक दिल दहला देने वाली दुर्घटना में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा रतलाम जिले के माही नदी पुल के पास हुआ, जहां एक महिंद्रा XUV700 कार अनियंत्रित होकर पुल से नीचे खाई में गिर गई। मृतकों में एक 12 साल का मासूम बच्चा भी शामिल है, जो पूरे परिवार के साथ दिल्ली से मुंबई की ओर जा रहा था। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, जबकि हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। रतलाम एसपी विनीत कुमार ने बताया कि कार में सवार पांचों लोग दिल्ली से मुंबई लौट रहे थे। शुरुआती जांच में तेज रफ्तार और संभवतः ड्राइवर की लापरवाही को हादसे का प्रमुख कारण माना जा रहा है। एक्सप्रेसवे पर अंधेरा होने के कारण वाहन का संतुलन बिगड़ा, जिससे यह सीधे 30 फुट नीचे खाई में जा घुसा।
हादसे के बाद मौके पर पहुंची रतलाम पुलिस, एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) और स्थानीय फायर ब्रिगेड ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। शवों को खाई से निकालने में करीब दो घंटे लगे। घायल होने की कोई खबर नहीं है, सभी की मौत मौके पर ही हो चुकी थी।
रतलाम एसपी विनीत कुमार ने कहा, “हादसे के सटीक कारणों की जांच चल रही है। सीसीटीवी फुटेज, वाहन की मैकेनिकल फिटनेस और ड्राइवर के ब्लड सैंपल की जांच की जाएगी। एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट (120 किमी/घंटा) का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।” एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने भी घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की। उन्होंने कहा, “एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जाएगा।” स्थानीय सांसद और विधायक भी घटनास्थल पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चे की मां सीमा के भाई ने कहा, “भाई मुंबई से आ रहे थे, रास्ते में रुकने का प्लान था। अचानक फोन आया तो पैरों तले जमीन खिसक गई।” पुलिस ने मामला IPC की धारा 304A (लापरवाही से मौत) के तहत दर्ज कर लिया है।
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