अखिलेश से मिलने आए सपाइयों को धक्के मार भगाया: BJP बोली-‘हम भगवान से ऊपर!

बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार को एक पारिवारिक समारोह राजनीतिक रंग ले उड़ा। समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अताउर रहमान की बेटी की शादी में पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शामिल होने से हलचल मच गई। लेकिन खुशी का यह अवसर विवादों की भेंट चढ़ गया, जब अखिलेश से मिलने पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर भाजपा समर्थकों ने धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। नाराज कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि “भाजपाई खुद को भगवान से ऊपर समझते हैं”।

शादी समारोह का भव्य आयोजन, अखिलेश का आशीर्वाद
बहेड़ी के एक प्रतिष्ठित बैंक्वेट हॉल में आयोजित इस शादी में विधायक अताउर रहमान के परिवार ने पारंपरिक इस्लामी रीति-रिवाजों के साथ दुल्हन का स्वागत किया। दूल्हा, जो एक प्रतिष्ठित व्यवसायी परिवार से हैं, के साथ दुल्हन ने काजावा और निकाह की रस्में निभाईं। समारोह में सैकड़ों अतिथियों की मौजूदगी रही, जिनमें सपा के स्थानीय नेता, कार्यकर्ता और परिवार के रिश्तेदार शामिल थे।

दोपहर करीब 12 बजे अखिलेश यादव एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां पार्टी पदाधिकारियों ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया। सीधे शादी स्थल पर पहुंचे अखिलेश ने दूल्हा-दुल्हन को शगुन भेंट किया और आशीर्वाद दिया। उन्होंने विधायक अताउर रहमान को बधाई देते हुए कहा, “परिवार की खुशी ही हमारी ताकत है। सपा हमेशा अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी रहेगी।” अखिलेश का यह दौरा महज 30 मिनट का था, लेकिन इससे कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई।

हंगामा कैसे भड़का? कार्यकर्ताओं पर धक्कामार्की
समाचार एजेंसियों के अनुसार, अखिलेश के आगमन की खबर फैटे ही सपा के सैकड़ों कार्यकर्ता (सपाई) शादी स्थल पर पहुंच गए। वे अपने नेता से आशीर्वाद लेना और पार्टी की आगामी रणनीति पर चर्चा करना चाहते थे। लेकिन कथित रूप से कुछ भाजपा समर्थक, जो सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर मौजूद थे, ने उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ उन्हें धक्के दिए, बल्कि गाली-गलौज भी की।

एक सपा कार्यकर्ता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “हम अखिलेश भैया से मिलने आए थे, लेकिन भाजपाइयों ने हमें कुत्तों की तरह भगाया। वे कह रहे थे कि ‘शादी में राजनीति नहीं चलेगी’। हमने कहा कि यह हमारा कार्यक्रम है, फिर भी हमें बाहर धकेल दिया गया।” एक अन्य कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “भाजपाई भगवान से ऊपर हो गए हैं! क्या यही है लोकतंत्र?”

भाजपा का पक्ष: ‘सुरक्षा के लिए जरूरी कदम’
हंगामे की सूचना मिलते ही भाजपा ने सफाई दी। स्थानीय भाजपा नेता ने कहा, “शादी एक निजी आयोजन था। भीड़ अधिक होने से सुरक्षा का खतरा था, इसलिए व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई की गई। इसमें किसी राजनीतिक दुर्भावना का हाथ नहीं है। सपा हमेशा विवाद खड़ी करती है।” पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली और कोई बड़ी घटना होने से रोक दिया।

राजनीतिक संदर्भ: बहेड़ी सीट पर तनाव
यह घटना बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण को और गरमा सकती है। अताउर रहमान 2017 से सपा के टिकट पर विधायक हैं और यह सीट सपा-बसपा-भाजपा के बीच कांटों भरी जंग का मैदान रही है। 2022 के विधानसभा चुनाव में अताउर ने भाजपा के छत्रपाल सिंह को करीब 18,000 वोटों से हराया था। अखिलेश का यह दौरा पार्टी को मजबूत करने का प्रयास माना जा रहा है, खासकर 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए।

सोशल मीडिया पर #AkhileshInBareilly और #SPWeddingDrama जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। सपा ने इसे “भाजपा की गुंडागर्दी” बताते हुए जांच की मांग की है, जबकि भाजपा ने इसे “सपा का ड्रामा” करार दिया।
क्या यह घटना सपा-भाजपा के बीच नई जंग की शुरुआत है? या महज एक पारिवारिक समारोह का विवाद? पाठकों, आपकी राय कमेंट में बताएं!

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