मुरादाबाद : भू-माफियाओं का आतंक! कांग्रेस नेता सचिन चौधरी की पत्नी आभा बोलीं- ‘मेरे निर्माण को तोड़ा गया, परिवार पर जान का खतरा, पुलिस चुप है’

मुरादाबाद। भू-माफियाओं का खौफ इतना बढ़ गया है कि अब कांग्रेस पार्टी के नेता भी खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। काशीपुर रोड स्थित आराधना विलेज प्रोजेक्ट को लेकर मचा बवाल अब जिला प्रशासन के दरवाज़े तक पहुंच गया है।

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सचिन चौधरी की पत्नी आभा चौधरी अपने पूरे परिवार के साथ आज जिला कलेक्टरेट पहुंचीं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ दबंग किस्म के भू-माफिया उनकी जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। 500 से ज़्यादा ग्राहकों की रजिस्ट्री हो चुकी है, फिर भी कहा जा रहा है कि ज़मीन हमारी है।

आभा चौधरी ने बताया कि आराधना विलेज प्रोजेक्ट की जमीन को उन्होंने पूरी योजना के तहत स्क्वायर मीटर में बेचकर रजिस्ट्री कराई है। वहां लगभग 500 ग्राहक हैं, जिनकी रजिस्ट्री पूरी तरह से वैध है। उन्होंने कहा कि हमने यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से नियमों के तहत विकसित किया है, लेकिन अब कुछ दबंग लोग आकर कह रहे हैं कि यह जमीन उनकी है। ये लोग मेरे निर्माण कार्य को तोड़ रहे हैं, सड़कों पर कांटेदार तार डाल रहे हैं और मेरी बाउंड्री दीवार तोड़ चुके हैं। मुझे 9 नवंबर को घेर लिया गया था। पुलिस सामने थी, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया।

आभा चौधरी का आरोप है कि वह इस घटना की शिकायत तीन बार भोजपुर थाना प्रभारी से कर चुकी हैं, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई अब तक नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने कहा, “40 बीघा जमीन दे दो।” आभा चौधरी ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि जब उन्होंने अपनी शिकायत लेकर थाना प्रभारी से बात की, तो उनसे कहा गया, “इन लोगों को 40 बीघा जमीन दे दो, फिर मामला शांत हो जाएगा।” उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर कोई पुलिस अधिकारी इस तरह का सुझाव कैसे दे सकता है?

आभा चौधरी ने बताया कि उनकी साइट पर गार्डन, पार्क, बाउंड्री और गेट सब कुछ बना हुआ है। उनके प्रोजेक्ट का 143 फ्लैट हो चुका है। यह पूरी तरह आवासीय भूमि है, लेकिन जिन्होंने जमीन के कागज़ खरीदे हैं, उन्होंने इसे कृषि योग्य बताकर लोगों को धोखा दिया है। अब वही लोग कब्जे के लिए धमकी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि दबंगों में कुलदीप, पवन सिंह और आकाश चौधरी (जो खुद को सिविल कोर्ट का अधिवक्ता बताते हैं) शामिल हैं।

अगर आप वकील हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आप किसी का घर तोड़ दें या महिलाओं से बदतमीजी करें। आभा चौधरी ने कहा कि यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है। उनके पति कांग्रेस पार्टी की राजनीति से जुड़े हैं, और यह पूरा विवाद उन्हें और उनके परिवार को परेशान करने के लिए रचा गया है। उन्होंने कहा कि चार-पांच जिलों के लोगों ने मिलकर यह साजिश रची है। यह लोग किसी भी समय कोई बड़ी घटना कर सकते हैं।

कप्तान साहब ने दिया आश्वासन, लेकिन अब भी डर बना हुआ है। उन्होंने बताया कि मुरादाबाद से मुलाकात के बाद उन्हें यह आश्वासन मिला है कि दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन तब तक उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर वे डरी हुई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, लेकिन जब एक महिला के साथ ऐसा अत्याचार हो रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनी है, तो आम महिलाओं की क्या स्थिति होगी?

आभा चौधरी ने मुख्यमंत्री से सीधे अपील की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए। जीएसटी विभाग ने खाते सील किए हैं, वकील करने तक के पैसे नहीं बचे हैं। आभा चौधरी ने यह भी खुलासा किया कि उनकी कंपनी आराधना विलेज के नाम से पंजीकृत है, लेकिन हाल ही में जीएसटी विभाग ने उनके खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है। प्लॉटिंग पर जीएसटी नहीं बनती, फिर भी उनके सारे बैंक खाते सील कर दिए गए हैं। उनका फंड बंद हो गया है, उनके बच्चों की स्कूल फीस तक नहीं भरी जा सकी।

वह कहती हैं कि उनका कार्यालय सील कर दिया गया है और ग्राहकों के ऑफिसों पर भी ताले लगा दिए गए हैं, जिससे पूरा कारोबार ठप पड़ गया है। वह न्याय चाहती हैं, सुरक्षा चाहती हैं। आभा चौधरी ने कहा कि वह सिर्फ अपनी नहीं, उन सैकड़ों परिवारों की लड़ाई लड़ रही हैं जिन्होंने इस प्रोजेक्ट में अपना पैसा लगाया है। उन्होंने जीवन की सारी पूंजी इस प्रोजेक्ट में लगाई, लेकिन कुछ भू-माफिया और भ्रष्ट अफसरों की मिलीभगत ने सब चौपट कर दिया।

मुरादाबाद में यह मामला बहुत गंभीर हो चुका है, और पूरी उम्मीद है कि प्रशासन जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करेगा।

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