
मंडावर, बिजनौर। हर वर्ष की भांति, अबकी बार, यानी छठी बार भी, गांव राजारामपुर डैवलगढ़ के सामने गंगा नदी पर पांटून पुल यानी पीपे के पुल का कार्य शुरू हो गया है, जिसमें किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई।
अब से पांच वर्ष पूर्व, सन 2020 में, सदर विधायक शुचि मौसम चौधरी और क्षेत्र के किसानों की मेहनत रंग लाई थी। जिसमें सरकार ने ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए, राजारामपुर डैवलगढ़ के सामने गंगा नदी पर पांटून पुल यानी पीपे के पुल का शुभारंभ कराया था। यह पुल बालावाली से लेकर रावली तक के दर्जनों से अधिक गांवों के किसानों और मजदूरों के लिए वरदान साबित हुआ।
इस पांटून पुल के बनने से किसानों को गंगा के उस पार अपने खेतों से गन्ना एवं अन्य फसलों को लेकर आने-जाने में बहुत सुविधा मिली। पुल के न होने की वजह से क्षेत्र के लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ता था, जिसमें काफी परेशानी होती थी।
अब, पांटून पुल से किसानों को बहुत सुविधा मिली है। लेकिन, अबकी बार, पांटून पुल का कार्य नवम्बर महीने में शुरू हुआ, जबकि यह पुल अक्टूबर महीने में बनाता था और बरसात शुरू होने पर इसे खोल दिया जाता था।
वहीं, पांटून पुल यानी पीपे के पुल के ठेकेदार राहुल पांडे ने बताया कि, “पुल बनने का कार्य शुरू हो गया है। बहुत जल्दी ही पांटून पुल बन जाएगा, किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। कुछ ही दिनों में पुल पर आवागमन शुरू हो जाएगा।”
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