
– पहले चरण में 65.08, दूसरे चरण में 68.76% मतदान, बिहार ने रचा चुनावी इतिहास
पटना । बिहार ने सोमवार को इतिहास रच दिया। विधानसभा चुनाव 2025 खत्म हो चुका है, लेकिन मतदाताओं का जोश अब भी सुर्खियों में है। दो चरणों में सम्पन्न हुआ। यह आजादी के बाद बिहार की सबसे बंपर वोटिंग है। इस बार दोनों चरणों में रिकार्ड मतदान हुआ। गांव से लेकर शहर तक, खेतों से लेकर कॉलेजों तक, मतदाताओं की ऐसी उमंग पहले कभी नहीं देखी गई। इस बार बिहार ने सिर्फ वोट नहीं डाले, बल्कि लोकतंत्र में अपनी जागरूकता का परचम फहरा दिया।
विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 68.76 फीसदी मतदान के साथ जनता ने चुनावी इतिहास पलट दिया। जबकि पहले चरण में 65.08 फीसदी वोटिंग हुई थी। यानी दूसरे चरण में लगभग साढ़े तीन फीसदी का उछाल, जो बिहार की राजनीतिक हवा में बड़े बदलाव की आहट है। सबसे ज्यादा वोटिंग कसबा विधानसभा क्षेत्र में हुई, जहां 80.89 प्रतिशत मतदाता घरों से निकले। यानी हर पांच में चार लोगों ने लोकतंत्र की गिनती में अपनी उंगली स्याही से रंगी। वहीं नवादा विधानसभा ने सबसे कम 54.83 प्रतिशत मतदान दर्ज किया। मतदान के दौरान राज्यभर में उत्सव का माहौल रहा। महिलाएं साड़ी के आंचल में वोटर स्लिप संभाले कतारों में खड़ी रहीं। युवाओं ने पहला वोट-सही सोच का नारा बुलंद किया तो बुजुर्गों ने कहा कि हमने आजादी देखी थी, अब उसकी असली कीमत समझ रहे हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, दोनों चरण पूरी तरह शांतिपूर्ण रहे। कहीं कोई बड़ी हिंसक घटना नहीं हुई। राजनीतिक विश्लेषक व वरिष्ठ पत्रकार लव कुमार मिश्र मानते हैं कि इतनी बंपर वोटिंग का मतलब है कि बिहार की जनता चुप नहीं, चुस्त बिहार बन चुकी है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि जन-चेतना की ज्वाला है। अब परिणामों से पहले सारा देश बिहार की ओर देख रहा है, जहां लोकतंत्र ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वोट की ताकत हर ताज से बड़ी होती है। इस चुनाव ने बिहार को सिर्फ मतदाताओं का नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक आत्मविश्वास का चैंपियन बना दिया है।
2616 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद, मतगणना 14 नवंबर को
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए वोटिंग हो चुकी है। 243 विधानसभा सीटों पर 2616 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में लॉक हो गयी है। अब सभी को इंतजार है शुक्रवार 14 नवंबर 2025 का, जिस दिन मतगणना होगी। इसी दिन मालूम होगा कि किस गठबंधन की सरकार बनेगी। किन 243 लोगों को बिहार के भाग्य विधाता अपना विधायक चुनेंगे।













