Etah : शहीद सीआरपीएफ दरोगा का पार्थिव शरीर नगवाई पहुंचते ही मचा कोहराम

  • सैंकड़ों लोगो ने नम आँखों के साथ शहीद को ससम्मान दी आखिरी विदाई

Jalesar, Etah : रविवार की देर शाम तहसील क्षेत्र के गांव नगवाई मे गांव के ही सीआरपीएफ जवान राजेश यादव का शव पहुंचते ही परिजनों मे कोहराम मच गया। हर आंख नम थी, समूचे गांव मे मातम छाया हुआ था। चहु ओर जब तक सूरज- चांद रहेगा, राजेश तेरा नाम रहेगा के गगनभेदी नारे लग रहे थे। सीओ,तहसीलदार एवं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व मे सैंकड़ों लोगो के साथ साथ सैनिक टुकड़ी की अंतिम

सलामी के साथ अंतिम विदाई दी गयी

झारखंड राज्य के चाईबासा सीआरपीएफ मे दरोगा पद पर तैनात क्षेत्र के गांव नगवाई के राजेश यादव की शनिवार को कैंप ड्यूटी के दौरान अचानक मौत हो गयी थी। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों के साथ साथ समूचे गांव मे मातम छा गया था। गांव मे दो दिन से चूल्हे तक जले थे। रविवार को शहीद के अंतिम दर्शनो के लिए सुबह से सैंकड़ों लोगो का ताँता लगा हुआ था। हाथरस जनपद के जलेसर रोड कस्वे से गांव नगवाई तक शहीद के पार्थिव शरीर को पैदल लाया गया। गांव मे शहीद के पार्थिव शरीर के पहुंचते ही चीतकर मच गया। सीओ ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह,तहसीलदार संदीप सिंह एवं कोतवाल अमित कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीणों व क्षेत्रवासियों एवं सीआरपीएफ जवानों की सलामी के साथ नम आंखों से विदाई दी गयी।

घर से जाने के बाद सिर्फ एक दिन कर पाये ड्यूटी

राजेश यादव पुत्र सेवतीलाल यादव मृतक के भाई विनेश चन्द्र ने बताया कि वर्ष 1995 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। और वर्तमान में झारखंड के चाईबासा छोटानागरा कैंप में उप निरीक्षक पद पर तैनात थे। मृतक के चार वेटे तीन नाती और दो नातिनी भी है। अंतिम बार वह अपने बड़े भाई स्वर्गीय विजय पाल की नातिनी की शादी में 3 नवंबर को गांव आए थे। उसके बाद 4 तारीख को ड्युटी के लिए गए थे। वह 6 नवम्बर को वहां पहुंच थे थे। उन्होंने 7 नवंबर की रात को ड्यूटी की थी। अगले दिन 8 नवम्बर की सुबह जब उनका साथी आया तो उसने उन्हें मृत पड़ा देखा। गांव के ही प्रमोद प्रधान काका ने बताया कि पूरे क्षेत्र में ग़म का माहौल है।

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