
Hargaon, Sitapur : सूर्यकुंड तीर्थ स्थल पर चल रहे कार्तिक मेला महोत्सव में शनिवार रात्रि श्रीरामगोपाल लीला समिति श्रीवृन्दावन धाम मथुरा के कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की मोहक लीलाओं का मंचन किया। लीला के एक-एक दृश्य ने दर्शकों के हृदय को भक्ति और आनंद से भर दिया।मंचन में दिखाया गया कि नन्हे कृष्ण की बाल लीलाओं और शरारतों से मैया यशोदा बेहद परेशान हो जाती हैं। जब वह उन्हें अनुशासित करने के लिए ओखली से बाँधने का प्रयास करती हैं, तो जितनी बार रस्सी जोड़ती हैं, रस्सी उतनी ही छोटी पड़ जाती है।
यह दृश्य देखकर दर्शक भावविभोर हो उठे।इसी दौरान भगवान शंकर स्वयं यह लीला देखने पधारते हैं। बालकृष्ण के दिव्य स्वरूप को देखकर वे मन ही मन मुस्कुराते हुए श्रीहरि को नमन करते हैं।यशोदा मैया जब रो पड़ती हैं, तब लालन श्रीकृष्ण अपनी करुणा से द्रवित होकर अत्यंत सूक्ष्म स्वरूप धारण कर लेते हैं, जिससे अंततः मैया उन्हें ओखली से बाँध देती हैं। यही लीला आगे चलकर दामोदर लीला के नाम से प्रसिद्ध हुई।बालकृष्ण के आँसुओं और कोमल स्वर में रोते हुए मइया! मइया!कहते दृश्य ने पूरे पंडाल को भावविह्वल कर दिया।
अंततः मैया यशोदा स्नेहवश उन्हें ओखली से मुक्त कर देती हैं, और वातावरण “जय कन्हैया लाल की” के जयघोष से गूंज उठता है।इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष गफ्फार खान, अधिशासी अधिकारी श्रीश मिश्र,अहिबरन, दीपक, छोटेलाल, अनिल, स्वदेश, रमेश,सुशील मिश्र सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।










