
Jhansi : गुरसरांय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में शनिवार दोपहर करीब दो बजे दर्जनों आशा बहनों ने एकजुट होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि वर्ष 2021 से टीटी ऑपरेशन केस प्रेरक के रूप में कार्य कर रहीं आशा बहनों को अब तक कोई भुगतान नहीं किया गया है। इसके साथ ही पिछले छह माह से डिलीवरी एवं टीकाकरण कार्य का भी किसी भी आशा बहन को मानदेय नहीं मिला है।
आशा बहनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. ओ.पी. राठौर को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी समस्याएं विस्तार से रखीं। उन्होंने बताया कि नियमित रूप से गांव-गांव जाकर गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और प्रसूता माताओं के टीकाकरण, डिलीवरी और स्वास्थ्य परीक्षण जैसे कार्य पूरी निष्ठा से किए जाते हैं, बावजूद इसके समय पर भुगतान न मिलना उनके साथ अन्याय है।
उन्होंने कहा कि शासन–प्रशासन की योजनाओं को जमीनी स्तर पर सफल बनाने में आशा बहनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, लेकिन जब उनका मेहनताना महीनों तक बकाया रहता है तो उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
आशा बहनों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र उनका बकाया भुगतान नहीं किया गया, तो वे कलमबंद हड़ताल पर रहेंगी और स्वास्थ्य सेवाओं से पूरी तरह विरत हो जाएंगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ेगा।
ज्ञापन देने वालों में सुखवती, रुबीना, कल्पना, अभिलाषा, राजेश, प्रवीना, कुसुम सहित कई अन्य आशा बहनें मौजूद रहीं। प्रदर्शन के दौरान सभी ने नारेबाजी करते हुए शीघ्र भुगतान की मांग की और कहा कि उनका संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता।









