
गयाजी के बेलागंज में शनिवार को एक जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मंच अचानक धंस गया। हालांकि, सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते सीएम को वहां से सुरक्षित निकाल लिया। जानकारी के मुताबिक, यह घटना सभा के दौरान दो बार हुई, जिसमें पहले शुरुआत में नीतीश कुमार के स्वागत में 20 किलो की माला पहनाने के लिए समर्थकों की भीड़ मंच पर चढ़ गई। भीड़ अधिक होने के कारण मंच बीच से धंस गया, जिसकी आवाज भी सुनी गई।
इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत ही भीड़ को नियंत्रित करते हुए मंच से उतारा। सभा के अंतिम समय में भी मंच एक तरफ से धंस गया, जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने नीतीश कुमार को सुरक्षित बाहर निकाला।
नीतीश कुमार ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “खुद हटे तो पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया।”
इससे पहले, औरंगाबाद के रफीगंज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “पिछली सरकार ने कोई काम नहीं किया। वे लोग सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करते थे। जब वे हटे, तो अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया।”
उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार में भय का माहौल था, न इलाज, न सड़क, न बिजली, न शिक्षा की व्यवस्था थी। हमारी सरकार आई तो हर सेक्टर और हर वर्ग के लिए काम किया। देश की प्रगति में बिहार का बड़ा योगदान है।
नीतीश कुमार ने कहा, “पहले की स्थिति में बहुत बुरा हाल था। लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। अब बच्चे, युवा और महिलाएं आराम से घूमते हैं। पहले सरकार फालतू थी। हिंदू-मुस्लिम झगड़े होते थे। पढ़ाई, इलाज, सड़कें और बिजली की व्यवस्था नहीं थी। हमारी सरकार आई तो सभी के हित में काम किया।”
सीएम ने आगे कहा, “हमने अगले 5 साल में 1 करोड़ रोजगार और नौकरी देने का लक्ष्य तय किया है। 2018 में हमने हर घर में बिजली पहुंचाई है, और अब आगे भी विकास का काम जारी रहेगा।”
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