Banda : वंदे मातरम गाकर दोहराया राष्ट्र प्रथम का संकल्प

Banda : राष्ट्र गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर बांदा कृषि एवं प्रौद्याेगिकी विश्वविद्यालय में संचालित कृषि विज्ञान केंद्र में स्मरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सभी ने वंदे मातरम की पंक्तियां दोहराईं और राष्ट्र प्रथम की भावना को जागृत किया।

शुक्रवार को कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित राष्ट्रगीत वंदेमातरम के 150वें स्मरण समारोह में अध्यक्ष डा.श्याम सिंह ने राष्ट्रगीत को संकल्प से सिद्धि तक पहुंचाने का प्रेरणास्रोत बताया। कहा कि वंदे मातरम केवल गीत नहीं बल्कि आजाद भारत की कल्पना के रूप है, जिसे सुनकर आज भी देश के लोगाें का हृदय आत्मविश्वास से भर जाता है। कृषि वैज्ञानिक डा.दीक्षा पटेल ने वंदे मातरम को भारत की भक्ति और शक्ति का सामूहिक भावपूर्ण स्वरूप बताया।

कहा कि राष्ट्र प्रथम की भावना से ओतप्रोत यह गीत हम सभी की सामूहिक अभिव्यक्ति को भारत माता के प्रति समर्पित करने का संदेश देता है और प्रत्येक भारतीय के मन में मातृभूमि के प्रति अटूट श्रद्धा का भाव उत्पन्न करता है। कार्यक्रम में शामिल कृषि वैज्ञानिक डा.प्रज्ञा ओझा समेत विज्ञान केंद्र के कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं ने एक स्वर से राष्ट्रगीत का गान किया और देश के अमर शहीदों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें