
भास्कर ब्यूरो
Maharajganj : अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अमल करते हुए जनपद पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। थाना घुघली की पुलिस टीम ने वर्ष 2017 के जघन्य सामूहिक दुष्कर्म मामले में लंबे समय से फरार चल रहे दो वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीणा के सख्त निर्देशों और निरंतर प्रयासों का परिणाम है। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान का उद्देश्य अपराधियों को पकड़कर कानून के दायरे में लाना और समाज में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला मु0अ0सं0 113/2018 से जुड़ा है, जिसमें आईपीसी की धारा 376-डी (सामूहिक दुष्कर्म), 450 (घर में घुसकर अपराध) और 506 (जान से मारने की धमकी) के तहत अभियोग दर्ज किया गया था। अभियुक्तों ने 2017 में एक महिला के घर में घुसकर उसे जान से मारने की धमकी दी और सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना के बाद दोनों अभियुक्त फरार हो गए थे।लंबे समय तक गिरफ्तारी न हो पाने का कारण उच्च न्यायालय इलाहाबाद से प्राप्त प्रोसिडिंग स्टे था। लेकिन थाना घुघली पुलिस की निरंतर पैरवी और उच्चाधिकारियों के निर्देशन में 03 नवंबर 2025 को उच्च न्यायालय ने स्टे को खारिज कर दिया।
इसके बाद पुलिस ने अभियुक्तों की तलाश तेज कर दी।सूचना के आधार पर 06 नवंबर 2025 की रात 20:05 बजे ग्राम हरखपुरा टोला अम्बेडकर नगर से दोनों अभियुक्तों इन्दल, पुत्र बजरंगी, उम्र लगभग 35 वर्ष , राजाराम, पुत्र काशी, उम्र लगभग 45 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद दोनों को विधिक कार्यवाही पूरी कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। पुलिस अधीक्षक ने इस सफलता का श्रेय थाना घुघली की टीम, उच्चाधिकारियों और न्यायिक प्रक्रिया को दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनपद में महिलाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।










