
तिर्वा, कन्नौज। आउटसोर्सिंग से तिर्वा मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति पाने वाली नर्सों को अब नौकरी जाने का डर सताने लगा है। कॉलेज प्रशासन द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद अब मेडिकल कॉलेज में तैनात नर्सों के सामने जीविका का संकट पैदा हो गया है।
उपरोक्त मामले पर नर्सिंग स्टॉफ ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेजे जाने के अलावा तिर्वा बीजेपी विधायक कैलाश राजपूत से भी अपनी समस्या के निदान की मांग की है।नर्सिंग स्टॉफ के मुताबिक बीते जून माह में आउट सोर्सिंग कंपनी शिवम इंटरप्राइजेज के माध्यम से तिर्वा मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति हुई थी।
इस दौरान बीते समय में नौकरी के दौरान नर्सों ने किसी भी प्रकार का मानदेय भी नहीं मिलने की बात कही।नर्सिंग स्टॉफ का कहना है कि बीती 4 नवंबर को कॉलेज के प्रिंसिपल सीपी पाल द्वारा बिन कोई कारण बताये नोटिस जारी किया गया, जिसके अनुसार हमारी सेवाएं रोक दी गईं हैं। नर्सिंग स्टॉफ का कहना था कि अभी तक।आकस्मिक सेवाएं जारी हैं, और उनका पद आकस्मिक सेवाओं में आता है, जिसको इस तरह बंद नहीं किया जा सकता। नर्सिंग स्टॉफ द्वारा मामले का शिकायती पत्र मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को भी भेजा गया है।
इस मामले में स्टाफ ने तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत से भी बात की है। विधायक राजपूत का मामले में कहना था कि मामले को संज्ञान में ले लिया गया है, किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।उपरोक्त मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल सीपी पाल द्वारा बताया गया कि कंपनी का टेंडर समाप्त हो गया है, नए टेंडर से आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
नए टेंडर के अनुसार ही इन्हीं नर्सिंग स्टॉफ की पुनः बहाली और इनके वेतन की समस्या को भी हल करवा दिया जाएगा। प्रिंसिपल का यह भी कहना था कि, उपरोक्त मामले में शासन और विभागीय उच्चाधिकारी को भी अवगत करवा दिया गया है।
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