
अलीगढ़ । प्रमुख लोहा कारोबारी एलडी गोयल की अलीगढ़ व हाथरस स्थित फैक्ट्रियों पर वाणिज्यिक खुफिया एवं सांख्यिकी महानिदेशालय (डीजीजीआई) की बड़ी कार्रवाई लगातार दूसरे दिन भी जारी है। मंगलवार सुबह शुरू हुई रेड में तीन फैक्ट्रियां व आवास शामिल थे, लेकिन देर रात कासिमपुर रोड की फर्नेस यूनिट पर भी छापा पड़ा। बुधवार को 70 से अधिक अधिकारी दस्तावेज खंगालते रहे, डिजिटल डाटा अपलोड किया और डिलीट फाइलें रिकवर करने में जुटे। कर्मचारियों व प्रबंधन से पूछताछ चली, किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं। गुरुवार को भी जांच जारी रहने की संभावना है।
बुधवार सुबह लखनऊ से वरिष्ठ अधिकारी ताला नगरी सेक्टर-2 की एलडी गोयल स्टील प्राइवेट लिमिटेड पहुंचे और शाम 5 बजे तक रुके। कासिमपुर की फर्नेस में रोज 200 टन गार्डर, सरिया बनकर देशभर भेजे जाते हैं। राज्य एवं सेवा कर की एसआईबी टीम ने भी अमित ट्रेडर्स का सर्वे किया, स्टॉक, ई-वे बिल, संदिग्ध पर्चे जांचे और शाम 6 बजे पैकअप किया। घंटों बाद डीजीजीआई ने फिर छापा मार दिया। सूत्रों के मुताबिक, 20 करोड़ से अधिक की जीएसटी चोरी पकड़े जाने पर गोयल की गिरफ्तारी हो सकती है। जांच में बोगस फर्मों से खरीद-फरोख्त के कागजात मिले हैं। इन्हीं आधार पर बुधवार शाम खैर रोड जलालपुर स्थित अमित स्क्रैप ट्रेडिंग फर्म पर भी छापा मारा गया। अमित अग्रवाल ने गोयल परिवार से कारोबारी लेन-देन किया था। तीन साल पहले भी सीजीएसटी ने अमित ट्रेडर्स के गूलर रोड कार्यालय व गोदाम पर रेड की थी, जहां बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट के दस्तावेज मिले थे।
डीजीजीआई ने गोयल की पुरानी कुंडली खंगाली। तीन साल पहले सीजीएसटी ने 48 करोड़ की डिमांड उठाई थी। कई फर्मों का जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद्द हुआ। गोयल परिवार मूलतः आगरा का है। 1998 में प्रदूषण नियमों से बचने अलीगढ़ आया। सासनी में बालाजी फर्नेस, गौंडा रोड पर भोले कांकनेस्ट प्राइवेट लिमिटेड खोली, जो 2012-13 में बंद हुई। केंद्रीय उत्पाद शुल्क ने कई सर्वे किए। राज्य जीएसटी के तत्कालीन ज्वाइंट कमिश्नर गुलाब चंद ने अमित गोयल की तीन फर्में कैंसिल कीं।
कारोबारी अपील, ट्रिब्यूनल व हाईकोर्ट जाकर देनदारी आधी करवा लेते हैं। फिलहाल पांच ठिकानों पर रेड में अधिकारी रात तक जुटे रहे। जांच से स्थानीय कारोबारी सहमे हैं।










