
Prayagraj : करछना विकास खंड में गुरुवार को जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) रवि शंकर द्विवेदी ने औचक निरीक्षण कर ब्लॉक कार्यालय की कार्यप्रणाली की वास्तविकता परखने का प्रयास किया। अचानक पहुंचे अधिकारी को देखकर कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान पांच ग्राम पंचायत सचिव मौके से नदारद पाए गए, जिस पर डीपीआरओ ने कड़ी नाराजगी जताई और सभी से स्पष्टीकरण तलब किया।
डीपीआरओ ने चेतावनी दी कि शासन की विकास और जनकल्याण योजनाओं में लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि इसी प्रकार की चूक दोबारा पाई गई तो संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही तय है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यालय अभिलेखों की गहन जांच की और विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट भी मांगी।
उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को पारदर्शिता, समयपालन और जनता की शिकायतों के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आमजन से जुड़े कार्यों में ढिलाई प्रशासन की छवि को नुकसान पहुंचाती है, इसलिए हर कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए।
इसी दौरान ग्राम पंचायत बरदहा के प्रधान प्रतिनिधि ब्रजेश कुमार ने डीपीआरओ को गरीब बच्चों के लिए पंचायत भवन में लाइब्रेरी स्थापित करने का प्रस्ताव सौंपा। वहीं, ग्राम पंचायत सोनाई की प्रधान मंजुलता श्रीवास्तव ने गांव में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) भवन निर्माण का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। डीपीआरओ ने दोनों प्रस्तावों को सराहनीय पहल बताते हुए शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया।
निरीक्षण की खबर फैलते ही पूरे ब्लॉक परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। कई कर्मचारी देर से पहुंचे तो कुछ विभागों में सफाई और अभिलेख व्यवस्थित करने में लग गए।










