Shahjahanpur : भारतीय बजरंग दल की मांग पर एक्शन में नजर आया प्रशासन

  • मरघट की जमीन का निरीक्षण करने पहुंचे एडीएम और एसपी ग्रामीण
  • मरघट की जमीन को जल्द खाली करने का दिया अल्टीमेटम

Shahjahanpur : यूपी के शाहजहांपुर में बुधवार को नया मामला सामने आया है। कई माह से चल रहे मरघट की जमीन पर अवैध कब्जे वाले मामले में जब भारतीय बजरंग दल ने पद यात्रा निकालने के साथ 17 नवंबर से विशाल धरना प्रदर्शन का ऐलान किया तो डीएम धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने एक्शन लेते हुए तत्काल प्रभाव से एडीएम रजनीश मिश्रा और एसपी ग्रामीण को मौका मुआयना करने के साथ कब्जाधारियों को तत्काल प्रभाव से मरघट की जमीन को खाली करने के निर्देश दिए है।

जलालाबाद की ग्राम सभा रौली बोली में हिंदुओं के मरघट की जमीन गाटा संख्या 339 को अवैध कब्जे धारकों से कब्जा मुक्त कराने हेतु 17 नवंबर को तहसील परिसर में विशाल धरना प्रदर्शन हेतु बुधवार को लगातार दूसरे दिन भारतीय बजरंग दल के प्रदेश महामंत्री मुनिराज सिंह की पदयात्रा संपन्न हुई। बुधवार की यात्रा तहसील जलालाबाद के ग्राम कोना, मझोला, पेहना, खंडहर सब्जी बाजार में हुई। जिसमें डोर टू डोर आंदोलन धरना प्रदर्शन के पर्चे बांटे गए। छोटी-छोटी बैठकें भी और बाजार के समूह के साथ एक छोटी सी सभा हुई। बुधवार की पदयात्रा में शोभित राणा बलराम सिंह पुष्पेंद्र सिंह अर्जुन रणजीत सिंह सुरजीत सिंह राम तिवारी रघु पंडित विक्रांत राघव सुशांत सिंह अनुज सत्यम सिंह शिवम सिंह अनमोल अवधेश हरेंद्र सिंह रोहित मोनू सिंह रजत जितिन कश्यप बाबूराम प्रधान मनमोहन प्रदीप देवेंद्र सिंह पूर्व प्रधान सुमित सिंह राजीव सिंह सुबह प्रदीप आनंद साहिल पंडित पवन सिंह राजकमल शिवम अंशुल आर एस मनोज अवस्थी सुनील मोहित राहुल अजय चंदेल जग्गू सिंह इत्यादि बंधु उपस्थित रहे।

डीएम के निर्देश पर मरघट का निरीक्षण करने पहुंचे एडीएम

जलालाबाद के रौली बौरी गांव में मरघट की जमीन पर किये गये कब्जों को लेकर प्रशासन बुधबार को एडीएम (प्रशासन) रजनीश मिश्रा व एसपी (ग्रामीण) दीक्षा भंवरे ने गाँव पहुंचकर मौके का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये। अधिकारियों के जाने के बाद प्रशासन ने मुनादी करवाकर कब्जेदारों से तत्काल हटा लेने को कहा।

क्षेत्र के गाँव रौली बौरी में गाटा संख्या 339 में करीब 14 बीघा जमीन मरघट की है जिस पर गाँव के ही कई लोग स्थाई तथा अस्थाई निर्माण कर कब्जे किये हैँ। ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायतों के बाद भी प्रशासन द्वारा ध्यान न दिये जाने पर इस मुद्दे को भारतीय बजरंग दल ने उठाना शुरू किया लेकिन इसके बाद भी प्रशासन के कान पर जूँ नही रेंगी तब संगठन के पदाधिकारियों ने बीते साल तीन दिसम्बर महीने मे तहसील पर धरना प्रदर्शन किया था इस आंदोलन के बाद देर शाम प्रशासन ने कुछ लोगों के अस्थाई कब्जे हटवाकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली। और जल्द और कब्जे हटवा देने का आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त करवा दिया लेकिन इसके बाद कोई कार्यवाही आगे नही बढ़ी। प्रशासन की कार्यशैली से नाराज भारतीय बजरंग दल ने बीते 31 अक्टूबर को प्रेसवार्ता में कर इस मामले में 17 नबंवर इस वृहद आंदोलन शुरू करने की धमकी दी इसको लेकर मुनिराज सिंह बीते दो दिनों से संगठन के कार्यकर्ता के साथ् गाँव गांव घूमकर लोगों से इस मुद्दे से जुड़ने की अपील कर रहे हैँ ताकि इसे जनांदोलन बनाया जा सके। तहसीलदार अनुराग दुबे ने बताया कि उस जमीन पर 43 लोगो के अस्थाई व स्थाई कब्जे चिन्हित किये गये है।

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