दिल्ली में बढ़ते स्मॉग पर एक्शन मोड में नगर निगम, हर वार्ड में होगी जांच और कार्रवाई

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली शहर में वायु प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने और आखों में जलन जैसी समस्याएं होने लगी हैं। बता दें कि दिल्ली शहर में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए नगर निगम शाहदरा जोन उपायुक्त कर्नल अभिषेक मिश्रा ने सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि सभी विभागीय अधिकारी अपने स्तर से टीमो के साथ वार्डो का निरीक्षण कर प्रदूषण फैलाने वाले को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए, उपायुक्त ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि अगर अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार कामो में लापरवाही बरती गई, तो विभाग द्वारा उन अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, जिसको ध्यान में रखते हुए उपायुक्त ने भवन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सामान्य शाखा विभाग, मेंटेनेंस विभाग, डैम्स विभाग अधिकारियों को गश्त करने के देर रात 10 से सुबह 6 तक के लिए वार्डो में तैनात किया गया है, ताकि प्रदूषण फैलाने वाले स्थानों को चिन्हित कर चालान किए जाएं, अस्पतालों और जोन कार्यालय परिसर एंटी-स्मांग गन का उपयोग किया जा रहा है, ताकि प्रदूषण कम करने में आसानी होगी। उपायुक्त ने कहा कि दिल्ली शहर में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए हर संभव प्रयास उठाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। दिल्ली शहर में वायु गुणवत्ता पर छोटे-छोटे उपाय भी बड़ा प्रभाव डाल सकता है। निगम विभाग टीम द्वारा जिले में अवैध ई-वेस्ट कारोबार के खिलाफ अभियान चलाकर मुस्तफाबाद इलाके में 35 गोदामों पर नोटिस चस्पा दिए गए हैं। इस मामले 48 घंटे के भीतर गतिविधि बंद करने का निर्देश भी जारी कर दिया गया है। सभी गोदाम मालिकों को चेतावनी दी गई है कि अगर गोदामों और कारखानों में काम बंद नहीं किया गया, तो विभाग द्वारा गोदामों और कारखानों को सीज कर कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त कर्नल मिश्रा ने बताया कि मेंटेनेंस विभाग टीम द्वारा सितंबर, अक्टूबर और नवंबर माह तक प्रदूषण फैलाने पर करीब (163) चालान काटे गए हैं। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा तंदूर से फैलने प्रदूषण की समस्या को देखते हुए सितंबर, अक्टूबर और नवंबर माह तक करीबन 29 चालान काटे गए हैं। दोनों भवन विभाग अधिकारियों टीम द्वारा वार्डो में निर्माण कार्य पर डस्ट फैलाने पर 3 माह में करीबन (90) चालान कर 10,90,00 धन राशि वसूली गई, निगम अधिकारियों द्वारा का लक्ष्य है कि शहर में बढ़ते प्रदूषण को कम किया जा सके, इस उद्देश्य से निगम की टीम रातो में भी गश्त करती नजर आएगी। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी रामाशंकर ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वाली 10 फ़ैक्टरियो को चिन्हित कर कार्रवाई की जा चुकी है। हालाकि पूरे क्षेत्र में करीब 80 से अधिक गोदाम ऐसे हैं, जो आवासीय परिसरों में ई-वेस्ट का काम कर रहे हैं। सभी कारखाने मालिको को नोटिस जारी किया गया है, जबकि शेष पर जांच जारी है। प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि ई-वेस्ट के अनुचित निस्तारण से भूमि, जल और वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। इसमें मौजूद हानिकारक रसायन जैसे सीसा, पारा और कैडमियम मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। निगम टीम द्वारा लोगों से अनुरोध किया जा रहा है कि वार्डो में अवैध कारोबारियों की जानकारी जोन कार्यालय में अवगत कराएं, ताकि निगम टीम द्वारा कार्रवाई की जा सकें, सामान्य शाखा टीम द्वारा रोजना अवैध कारखानों और गोदामो की जांच की जा रही है, ताकि मालिको के खिलाफ कार्रवाई की जा सके,

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