
- यूनियन ने चेताया, 154 बिजली घरों के स्थान पर 21 हेल्प डेस्क बनाया जा रहा है ऐसे में कैसे होगा उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण?
Lucknow : उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन निविदा व संविदा कर्मचारी संघ-लखनऊ के बैनर तले वर्टिकल व्यवस्था लागू करने के आदेश के ख़िलाफ़ अधीक्षण अभियंता विद्युत नगरीय वितरण मंडल सप्तम, वृंदावन लेसा लखनऊ कार्यालय पर बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
यूनियन का मानना है कि पॉवर कॉरपोरेशन प्रबंधन द्वारा वर्तमान व्यवस्था के स्थान पर वर्टिकल व्यवस्था लागू किया जा रहा है। वर्टिकल व्यवस्था लागू करने से वर्षों से कार्य कर रहे बिजली आउटसोर्स कर्मचारी बेरोजगार होंगे तथा उनकी दुर्घटनाओं में वृद्धि होगी। यूनियन का यह भी कहना है कि इससे उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा एवं विभाग पर आर्थिक भार बढ़ेगा।
यूपी पॉवर कॉरपोरेशन निविदा व संविदा कर्मचारी संघ ने कहा कि इसी मुद्दे को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन निविदा व संविदा कर्मचारी संघ लखनऊ द्वारा वर्टिकल व्यवस्था लागू करने के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन एवं असहयोग आन्दोलन करने का निर्णय लिया गया था; जिसके तहत आज 4 नवम्बर 2025 को सुबह 10 बजे अधीक्षण अभियंता विद्युत नगरीय वितरण मण्डल सप्तम, वृन्दावन लखनऊ कार्यालय पर विरोध-प्रदर्शन कर अधीक्षण अभियंता के माध्यम से अध्यक्ष- उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड शक्ति भवन लखनऊ के नाम सम्बोधित ज्ञापन दिया जाना था लेकिन अधीक्षण अभियंता के अपने कार्यालय में उपस्थित न होने के कारण अध्यक्ष पॉवर कॉरपोरेशन के नाम सम्बोधित ज्ञापन को अधीक्षण अभियंता कार्यालय में रिसिव करा दिया गया।
विरोध सभा को सम्बोधित करते हुए संगठन पदाधिकारियों द्वारा कहा गया कि वर्तमान व्यवस्था में लखनऊ में 154 बिजली घर हैं जहां पर उपभोक्ताओं द्वारा अपनी शिकायतों को अपने नजदीकी बिजली घर पर दर्ज कराया जाता है; जिसके बाद उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण आसानी से हो जाता है। ऐसे में पॉवर कॉरपोरेशन प्रबंधन द्वारा वर्टिकल व्यवस्था में 154 बिजली घरों के स्थान पर 21 हेल्प डेस्क बनाकर उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण कराने की बात कही जा रही है जिससे उपभोक्ताओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
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