
New Delhi : दिल्ली पुलिस के बाहरी जिले ने अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एक्सटर्नमेंट ड्राइव (निर्वासन अभियान) को तेज़ कर दिया है। जिले के डीसीपी सचिन शर्मा, आईपीएस के नेतृत्व में और एडिशनल डीसीपी-I श्री नर्रा चैतन्य, आईपीएस की निगरानी में यह अभियान चलाया जा रहा है, जिसका मकसद आदतन अपराधियों को जिले से बाहर कर आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
9 अपराधियों पर हुई कार्रवाई
बाहरी जिला पुलिस ने तिहाड़ जेल से 9 कुख्यात अपराधियों को कड़ी सुरक्षा में डीसीपी ऑफिस कॉम्प्लेक्स में लाकर एक्सटर्नमेंट कार्यवाही पूरी की। इन सभी पर चोरी, झपटमारी, लूट और मारपीट जैसे गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इन अपराधियों की गतिविधियों पर लंबे समय से निगरानी रखी जा रही थी। अब इन पर प्रशासनिक कार्रवाई के तहत जिला बदर (Externment) की प्रक्रिया पूरी की जा रही है ताकि ये लोग दोबारा समाज में असुरक्षा न फैलाएं।
‘नो सेफ जोन’ नीति पर कायम बाहरी जिला पुलिस
डीसीपी बाहरी जिला ने कहा कि अपराधियों के लिए दिल्ली में अब कोई सुरक्षित जगह नहीं है। “कानून से बचने वालों को पकड़ा जाएगा, घेरा जाएगा और कुचला जाएगा।”
उन्होंने बताया कि पुलिस की ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत आदतन अपराधियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
कानून-व्यवस्था को मिला मज़बूती का संबल
इस एक्सटर्नमेंट ड्राइव से बाहरी जिले में कानून-व्यवस्था को और मज़बूती मिली है। पुलिस की बढ़ी हुई सतर्कता और गश्त ने जनता में सुरक्षा की भावना को मज़बूत किया है।
अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा, और जेल से रिहा होने के बाद भी ऐसे अपराधियों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी। किसी भी तरह की शर्तों का उल्लंघन करने पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस का संकल्प
बाहरी जिला पुलिस ने कहा है कि जनता की सुरक्षा और शांति हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। समुदाय की भागीदारी और सतत निगरानी के साथ, अपराधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी ताकि दिल्ली की सड़कों पर अमन कायम रहे।















