आगरा में 50 फीट गहरे कुएं में गिरा मासूम, 32 घंटे की मशक्कत के बाद मिली लाश, आलू की बुवाई देखने गया था रिहांश

आगरा: आगरा जिले की किरावली तहसील के गांव वाकंदा खास में 32 घंटे बाद सेना की रेस्क्यू टीम ने पांच वर्षीय मासूम की लाश को कुएं से निकाला. पुलिस, फायर बिग्रेड, पीएसी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के बाद सेना की टीम ने शनिवार देर शाम ही रेस्क्यू आपरेशन की कमान संभाली थी. इससे तीन सबमर्सिबल से कुंए से पानी निकाला गया, तो सेना की टीम ने बच्चा को खोज निकला.

आलू की बुवाई देखने गया था रिहांश: एसीपी अछनेरा देवेश कुमार सिंह ने बताया कि सेना की रेस्क्यू टीम ने रविवार को कुएं में गिरे बच्चे को बाहर निकाला गया. उसकी मौत हो चुकी है. किरावली थाना के गांव वाकंदा खास निवासी किसान रामगोपाल खेत पर आलू की बुवाई हो रही है. किसान रामगोपाल ने बताया कि आलू की बुवाई के दौरान शुक्रवार को सुबह 11 बजे पांच वर्षीय छोटा बेटा रिहांश उर्फ सत्तू भी खेत पर आलू की बुवाई देखने आ गया था.

खेलते समय पैर फिसलने से कुएं में गिरा: रिहांश खेत में ही खेल रहा था. खेत के पास ही कुआं है. खेलते खेलते रिहांश का पैर फिसला और करीब 50 फीट गहरे पानी भरे कुएं में जा गिरा. कुएं में करीब 25 फीट तक पानी भरा है. बेटा के कुएं में गिरने पर चीख पुकार मची तो आसपास खेतों में काम करने वाले ग्रामीण मौके पर आ गए. कुआं गहरा होने की वजह से वैसे ही ग्रामीणों ने बच्चे को निकालने का प्रयास किया.

कुएं में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा था: एनडीआरएफ के जवान मुकेश कुमार का कहना है कि कुएं से पानी निकालने के बाद वह दो बार कुंए में गये तो नीचे पानी कुएं में आ रहा था. इसकी वजह से कुएं का पानी कम नहीं हो रहा था. फिर से तीन सबमर्सिबल लगाकर ट्रैक्टर से पानी निकाला गया. कुएं में पानी का स्तर अधिक होने की वजह से मासूम का पता नहीं चल पा रहा था.

डीसीपी ईस्ट का विरोध, भड़के परिजन और ग्रामीण: शुक्रवार रात करीब 12:30 बजे दस बजे कुएं से पानी निकालने का काम बंद कर दिया था. शनिवार सुबह 9 बजे से फिर से पंप सेट और सबमर्सिबल से कुएं का पानी निकालना किया. जितना कुएं से पानी निकाला जा रहा है, उतना ही उसमें पानी बढ़ रहा है. पास के खेतों में पानी और भर गया. ऐसे में किसान की फसल खराब होने की आशंका से शनिवार दोपहर लगभग 2 बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन रोक गया. डीसीपी ईस्ट अतुल शर्मा का ग्रामीणों ने विरोध किया.

बच्चे का सुराग नहीं लगने से परिजन और ग्रामीण भड़के हुए थे. शाम लगभग 6 बजे सेना की टीम पहुंची. सेना की टीम ने फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद सेना की टीम ने मासूम को कुएं से निकाला. मगर, उसकी मौत हो चुकी थी.

कुएं में उतरी रेस्क्यू टीमें, बैरिकेड लगाए: पांच वर्षीय मासूम निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन में कुएं में पानी और गहराई जानने के लिए रेस्क्यू टीमें कुएं में सीढ़ी और रस्सियों के सहारे उतरीं. गोताखोरों ने ऑक्सीजन मास्क पहनकर कुएं में उतरे. सेना की टीम ने जब कुएं से बच्चे की लाश निकाल ली और उसको परिजनों को सौंप दिया.

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