लखनऊ : रेलवे स्टेशन पर गूंजी किलकारी! महिला ने जुड़वां बच्चों को दिया जन्म, ट्रेन में ही शुरू हुई थी प्रसव पीड़ा

Lucknow Railway Station :  अवध आसाम एक्सप्रेस में यात्रा कर रही एक गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा हुई। रेलवे अधिकारियों और कर्मियों की त्वरित और मानवीय प्रतिक्रिया ने न केवल दो नई जानें जन्‍म दीं, बल्कि यात्रियों के बीच रेलवे के प्रति विश्वास और सम्मान को भी मजबूत किया है।

गुरुवार सुबह, गाड़ी संख्या 15910 अवध आसाम एक्सप्रेस लालगढ़ से समस्तीपुर की ओर जा रही थी। इसी ट्रेन के एक कोच में बिहार के समस्तीपुर निवासी हीरा देवी, पत्नी श्री छोटू, अपने परिवार के साथ यात्रा कर रही थीं। जैसे ही ट्रेन लखनऊ जंक्शन पहुंची, हीरा देवी को तेज़ प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। परिजनों ने तुरंत रेलवे हेल्पलाइन 139 पर संपर्क किया, और सूचना तुरंत उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के नियंत्रण कक्ष तक पहुंची।

सूचना मिलते ही, रेलवे की मेडिकल टीम सक्रिय हो गई। लखनऊ स्टेशन पर इमरजेंसी मेडिकल रूम, महिला आरपीएफ और नर्सिंग स्टाफ को तुरंत तैनात किया गया। जैसे ही ट्रेन पहुंची, आरपीएफ कर्मियों ने महिला को सुरक्षित उतारा और डॉ. वी.के. त्रिपाठी के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने प्राथमिक जांच के बाद तत्काल प्रसव कराने का निर्णय लिया।

प्रसव की प्रक्रिया एम्बुलेंस के आने से पहले ही पूरी कर ली गई, जिसमें महिला ने जुड़वां बच्चों एक बालक और एक बालिका को जन्म दिया। पूरी प्रक्रिया के दौरान रेलवे कर्मियों ने अत्यंत संवेदनशीलता और दक्षता का परिचय दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ पाए गए, और डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं है।

हीरा देवी ने रेलवे की मदद की सराहना करते हुए कहा कि वह स्वयं और उनके बच्चे स्वस्थ हैं, इसलिए अस्पताल जाने से इनकार किया। परिवार ने थोड़ी आराम के बाद यात्रा जारी रखी और बाद में रेलवे की सहायता से ग्वालियर–बरौनी एक्सप्रेस में बैठकर अपने गंतव्य समस्तीपुर के लिए रवाना हो गए।

इस पूरी घटना की जानकारी मिलते ही, वरिष्ठ रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरी प्रक्रिया की निगरानी की और सुनिश्चित किया कि माँ और बच्चे हर सुविधा प्राप्त करें। रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि ऐसी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 139 और RPF हेल्पलाइन 182 पर तुरंत कार्रवाई की जाती है, जो रेलवे की कार्यकुशलता का प्रतीक है।

यात्रियों ने भी रेलवे की तत्परता की प्रशंसा की। कई ने कहा कि रेलवे की मदद से यह कठिन स्थिति आसानी से संभाली गई। वहीं, रेलवे कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई, जब उन्होंने दोनों नवजात शिशुओं को जन्म लेते देखा। स्टेशन पर मिठाइयां बांटी गईं और परिवार को शुभकामनाएं दी गईं।

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