
Jalaun : जिले में बीती दो दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। विशेष रूप से मटर, मसूर और चना की फसलें भारी नुकसान झेल चुकी हैं। करीब एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हरी मटर की फसल का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा बरबाद हो गया है। किसानों की आर्थिक स्थिति पहले से कमजोर है, ऐसे में यह नुकसान उनके लिए एक बड़ा संकट है।सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने बर्बाद फसलें देख कर हर पीड़ित किसान को मुआवजा देने का भरोसा दिलाया है।
उन्होंने नगर पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि पुनीत मित्तल के साथ लखनऊ जाकर कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों से मुलाकात कर किसानों को तेजी से मुआवजा दिलाने की मांग की। साथ ही, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कंपनियों को नुकसान का तुरंत आकलन करने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि बीमा लाभ जल्दी मिल सके।किसानों का कहना है कि वे दोबारा से फसल बोने के लिए बीज, खाद और अन्य खर्च किए बिना नहीं चल पाएंगे।
जिला के तीनों विधायकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर फसल क्षति के मुआवजे की मांग की है। प्रशासन ने भी नुकसान का सर्वे तत्काल कराने का आश्वासन दिया है ताकि राहत कार्य शुरू हो सके।यह स्थिति जिले के किसानों के लिए बड़ी चुनौती है, लेकिन स्थानीय प्रशासन एवं विधायक किसानों के हित में तत्परता दिखा रहे हैं ताकि शीघ्र आर्थिक सहायता प्राप्त हो कर किसान अपनी कृषि गतिविधियाँ पुनः शुरू कर सकें।










