
Aarav Suicide Case : जम्मू कश्मीर के LG मनोज सिन्हा के पोते ने कानपुर में सुसाइड कर लिया है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई है। मिली जानकारी के अनुसार, मृतक आरव मिश्रा के जेब से एक नोट बरामद हुआ है, जिसमें लिखा है कि उनकी मृत्यु से पहले लिखे गए नोटों की जांच की जाए।
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरव काफी समय से मानसिक तनाव से जूझ रहा था। उसकी मोबाइल में अंग्रेजी में लिखा था कि वह सपनों में तीन-चार लोगों को देख रहा था, जो उसे अपने परिवार को नुकसान पहुंचाने या आत्महत्या करने को कह रहे थे।
घटना के समय, आरव के माता-पिता छठ पूजा के लिए भागलपुर गए हुए थे, जबकि उसकी बहन यूनिवर्सिटी में थी। जब परिजन घर लौटे, तो उन्होंने आरव का शव फंदे से लटका देखा। उसके परिवार ने शव का अंतिम संस्कार भैरों घाट पर किया।
मृतक आरव, 16 वर्ष, कक्षा 11 का छात्र था और जैन इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ता था। उसकी मां दिव्या और बहन मान्या का कहना है कि उसे अपनी बीमारी के कारण पहले से ही तनाव था। पुलिस को उसकी जेब में एक नोट मिला है, जिसमें अंग्रेजी में लिखा था कि “चेहरे कहते हैं कि खुद जान दे दो या मां-बाप और बहन को मार दो।”
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरव को सिजोफ्रेनिया (स्किज़ोफ्रेनिया) की बीमारी थी। उसने एक साल में 60-65 बार गूगल पर इसकी खोज की थी। परिवार का कहना है कि उसने अपनी बहन को भी अपने तनाव के बारे में बताया था।
मृतक आरव की मां दिव्या बार-बार बेटे का नाम बुदबुदाते हुए रो पड़ीं। पिता आलोक मिश्रा सदमे में हैं और उनके आंसू सूख गए हैं। घर में मातम पसरा है और सब अपने अपने तरीके से शोक मना रहे हैं।
आरव की शैक्षणिक रिकॉर्ड बहुत अच्छा था, उसने हाईस्कूल में 97% नंबर प्राप्त किए थे। उसकी बहन मान्या भी टॉप पर थी। घटना की खबर से स्कूल में भी शोक की लहर दौड़ गई है। आरव का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मोबाइल और नोटपैड की जांच जारी है। परिवार और पुलिस के बीच पूछताछ चल रही है। आरव के परिवार का संबंध जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से है, जो उनके करीबी रिश्तेदार हैं।
यह भी पढ़े : पीरियड्स आए हैं, छुट्टी चाहिए! महिला सफाईकर्मियों से सुपरवाइजर बोला- ‘कपड़े उतार कर चेक करवाओ’












