
New Delhi : भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने 2025 सीजन के शेष सभी बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंटों से नाम वापस लेने का फैसला किया है। उन्होंने यह निर्णय अपनी पैर की चोट से पूरी तरह उबरने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लिया है।
सिंधु को यह चोट यूरोपीय सर्किट शुरू होने से पहले लगी थी। सिंधु ने कहा कि यूरोपीय सर्किट से पहले लगी पैर की चोट अभी पूरी तरह ठीक नहीं हुई है। इसे स्वीकार करना आसान नहीं है, लेकिन चोटें हर एथलीट के सफर का हिस्सा होती हैं। वे हमारी सहनशक्ति और धैर्य की परीक्षा लेती हैं, लेकिन साथ ही हमें और मजबूत होकर लौटने की प्रेरणा भी देती हैं। सिंधु ने बताया कि यह निर्णय उन्होंने अपनी सपोर्ट टीम और चिकित्सा विशेषज्ञों, विशेष रूप से प्रसिद्ध खेल अस्थि-विशेषज्ञ डॉ. दिनशॉ पारडीवाला से परामर्श के बाद लिया।
2019 विश्व चैंपियन सिंधु ने कहा कि उनकी रीहैबिलिटेशन और ट्रेनिंग प्रक्रिया डॉ. वेन लॉम्बार्ड की देखरेख में जारी है। उन्होंने आगे कहा, “उनका मुझ पर विश्वास मेरे आत्मविश्वास को और मजबूत करता है। मैं प्रेरित, आभारी और पहले से कहीं अधिक दृढ़ हूं कि आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन कर सकूं।”
2025 का साल सिंधु के लिए चुनौतियों से भरा रहा। पेरिस ओलंपिक 2024 में शुरुआती दौर से बाहर होने के बाद, इस सीजन में भी वे अधिकांश टूर्नामेंटों में गहराई तक नहीं जा सकीं। उनके इस वर्ष के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहे, इंडिया ओपन सुपर 750,विश्व चैम्पियनशिप और चाइना मास्टर्स सुपर 750 में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचना।
पिछले सत्र में सिंधु ने वापसी के संकेत दिए थे, जब उन्होंने मलेशिया मास्टर्स में उपविजेता का स्थान हासिल किया और साल का अंत सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर 300 खिताब जीतकर किया था। अब सिंधु का ध्यान पूरी तरह फिटनेस और वापसी की तैयारी पर रहेगा, ताकि वे 2026 सीजन में नई ऊर्जा और फॉर्म के साथ कोर्ट पर लौट सकें।
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