Farrukhabad : महाभारतकालीन राजा द्रोपद के किले के अवशेषों का अवैध खनन कर रहे माफिया

Farrukhabad : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में महाभारत कालीन राजा द्रोपद के किले के अवशेषों को खनन करके खनन माफिया महाभारत कालीन इतिहास को नष्ट करने में जुटे हुए है। इसके बाद भी इलाकाई पुलिस मौन है।

बताते चलें कि महाभारत काल में पांचाल प्रदेश की राजधानी रहे जिले के कस्बा कम्पिल में राजा द्रोपद राज किया करते थे। इतिहास गवाह है कि इसी कम्पिल में द्रोपदी का स्वयम्बर हुआ था। अज्ञात बास के दौरान पांडवो ने सर्वाधिक समय इस किले में बिताया था। राजा द्रोपद के किले के अवशेष आज भी महाभारत काल की यादे सँजोये हुए है। जिसकी बजह से विश्व भर के पर्यटक इस महाभारत कालीन धरोहर को देखने यहां आते है।अब इस किले के अवशेषों को मिटाने के लिए खनन माफिया सक्रिय हो गए है। वह रात दिन खुलेआम अबैध खनन कर रहे है। इस अबैध खनन का भांडा तब फूटा जब खुदाई करते समय भगवान बुध्द की मूर्ति निकल आई। बौध्द अनुयाइयों को जब पता चला तो उन्होंने मूर्ति प्राप्त करने के लिए हो हल्ला शुरू कर दिया। मौके की नजाकत को भांप थाना पुलिस ने भगवान बुध्द की मूर्ति को थाने में रखवा दिया। जहां बुध्द अनुयाइयों की भीड़ उमड़ पड़ी।

इतिहास कार डॉक्टर रामकृष्ण राजपूत बताते है कि जिस पानी मे देख कर अर्जुन ने मछली की आंख देख तीर मार कर द्रोपदी का वरण किया था। उसे आज भी द्रोपदी कुंड के नाम से जाना जाता है। कम्पिल को महाभारत काल में पांचाल प्रदेश की राजधानी का दर्जा प्राप्त था। इस बजह से राजा द्रोपद के किले के यह अवशेष अपने जेहन में महाभारत काल की तमाम यादे सँजोये हुए है। इस बजह से किले के यह अवशेष पुरा तत्व की धरोहर है। इसका खनन करना बहुत बड़ा अपराध है। यह सनातन धर्म के खिलाफ है। शासन प्रशासन को इस पर तत्काल रोक लगानी चाहिए।

इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक संजय सिंह का कहना है कि उन्हें इस सम्बंध में जानकारी नही है। मामले की जांच कराकर खनन माफिया के विरुध्द कठोर कार्रवाई कराई जाएगी।

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