मधुमक्खी के छत्ते की तरह कन्नौज में बढ़ रहे ओयो होटल, मनमाने पैसे लेकर भेजी जाती हैं युवतियां

कन्नौज। जनपद में मधुमक्खी के छत्ते की तरह बढ़ रहे कथित ओयो होटल अब अय्याशी के अड्डे बन चुके हैं। कन्नौज, तिर्वा, ठठिया, छिबरामऊ और इंदरगढ़ क्षेत्र में बिना अनुमति के ये होटल संचालित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन होटलों में अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है और पुलिस प्रशासन शिकायतों के बावजूद मौन है। कुछ समय पूर्व तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत ने इन कथित ओयो होटलों पर कार्रवाई कर करीब आधा सैकड़ा प्रतिष्ठान बंद करवाए थे। लेकिन मात्र एक माह बाद ही ये होटल दोबारा संचालित होने लगे हैं।

विधायक कैलाश राजपूत ने हमारे संवाददाता से बातचीत में कहा कि जो भी व्यक्ति इस कार्य में लिप्त है या पैसे लेकर संरक्षण दे रहा है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। पहले भी हमने कई होटलों को बंद कराया था, अब दोबारा ये चोरी-छिपे चल रहे हैं, जिन्हें हर हाल में बंद करवाया जाएगा।स्थानीय नागरिकों ने बताया कि इन होटलों में मनचले युवकों द्वारा युवतियों और नाबालिग छात्राओं को फुसलाकर लाया जाता है।

होटल संचालक मनमाने दाम लेकर सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं, जहां ₹2000 से ₹3000 प्रति घंटा तक वसूला जाता है। सूत्रों के अनुसार, कुछ होटल संचालकों द्वारा दलालों के माध्यम से युवतियों की व्यवस्था भी कराई जाती है। ग्रामीणों और समाजसेवियों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस को इन अवैध होटलों की पूरी जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है। कथित रूप से हर महीने “सुविधा शुल्क” के नाम पर वसूली की जाती है, जिससे होटल बेखौफ चल रहे हैं।

जनपद में इन कथित ओयो होटलों के फैलते नेटवर्क से सामाजिक माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। समाजसेवियों ने भाजपा विधायक कैलाश राजपूत और पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार से मांग की है कि कन्नौज, तिर्वा, छिबरामऊ, इंदरगढ़ और ठठिया क्षेत्रों में संचालित सभी अवैध होटलों की जांच कर तुरंत पाबंदी लगाई जाए, ताकि नाबालिग बच्चियों और छात्राओं को शोषण से बचाया जा सके।

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