पहले नौकरी छीनी फिर बहन से नजदीकी हुई तो मार डाला…फैक्ट्री सुपरवाइजर गौरव अवस्थी हत्याकांड का खुलासा



-गगन ने कभी जाहिर नहीं की दुश्मनी, रोककर गोली मारी थीं
-दीपावली के पटाखों की आवाज में दब गई थी गोलियों की गूंज

कानपुर देहात। गजनेर पुलिस ने दीपावली की रात हुई फैक्ट्री सुपरवाइजर गौरव अवस्थी हत्याकांड का शनिवार देर शाम खुलासा कर दिया। पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से घटना में प्रयुक्त तमंचा तीन कारतूस व बाइक बरामद की है। एएसपी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि खुलासे के लिए लगाई गई टीमों ने कड़ी मेहनत के बाद घटना को अंजाम देने वाले दोनों युवकों को चिंहित किया। शनिवार को तरौंदा मोड़ से ररूआ निवासी गगन सिंह व उसके दोस्त गैजूमऊ रूरा के राहुल संखवार को गिरफ्तार किया है।

दो माह पहले लिख ली थी हत्या की स्क्रिप्ट
पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपी गगन सिंह ने बताया कि वह और मृतक गौरव अवस्थी दोनों रायपुर की एडीपीएल बियर फैक्ट्री में साथ काम करते थे। गौरव सुपरवाइजर बन गया जबकि गगन मजदूर ही रह गया। कुछ माह पहले गौरव ने मालिक से उसकी शिकायत कर उसे नौकरी से निकलवा दिया था। गगन ने बताया कि गौरव उसके चचेरे भाई बउवा सिंह के घर आता-जाता था और उसकी बहन से बातचीत करता था। इस बीच उसकी काफी नजदीकी हो गई थी। इस बात से खुन्नस और बढ़ गई। इसी रंजिश में दो माह पहले उसने गौरव को खत्म करने की योजना बना ली थी

दीपावली की रात रचा खूनी खेल

दीपावली की रात (20 अक्टूबर) गगन को पता चला कि गौरव, बउवा सिंह के घर गया है। उसने अपने साथी राहुल को साथ लिया और दोनों ने तरौंदा मोड़ के पास शराब पीते हुए गौरव का इंतजार किया। रात करीब 10 बजे गौरव वहां पहुंचा। शराब पीने के बहाने उसे रोक लिया गया। तभी गगन ने स्टॉल की आड़ से तमंचा निकालकर गौरव के सीने में गोली मार दी। गौरव के शरीर में हलचल होती देख उसने तीन और गोलियां दाग दीं। हत्या के बाद दोनों मोटरसाइकिल से भाग निकले और तमंचा बबूल की झाड़ी में छिपा दिया।

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