दीपावली पर खुशियां बनी हादसा : पटाखों से 7 लोगों की आंखें गईं, एक की मौत

– बर्न के 33 तो आंखो के 55 मरीज पहुंचे हैलेट अस्पताल

कानपुर। दीपावली के त्योहार पर जहां सभी लोग खुशी में डूबे हुए थे,तो वहीं कुछ लोग पटाखों के जलाते समय उसकी चपेट में आ गए। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. डॉ संजय काला और प्रमुख अधीक्षक डॉ आर.केसिंह ने पहले ही अस्थाई बर्न वार्ड को बना कर तैयार कर लिया था,ताकि ऐसी विषम स्थिति से निपटा जा सके। दीपावली से लेकर अब तक 33 मरीज बर्न का शिकार होकर हैलेट अस्पताल पहुंचे जहां 12 मरीजों को भर्ती किया गया बाकी जिनको मामूली चोट या घाव थे उनका प्राथमिक उपचार कर उन्हें वापस भेज दिया गया।

लाल लाजपत राय अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ आर.के.सिंह ने बताया कि 20 अक्टूबर से लेकर 24 अक्टूबर तक 33 मरीज इमरजेंसी में पहुंचे जिनमें 12 मरीज गंभीर घायल हुए थे। ऐसे मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार किया जा रहा है। बाकी लोगो को प्राथमिक उपचार देकर उन्हें घर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि इन मरीजों में रसूलाबाद गांधी नगर कानपुर देहात निवासी एक 40 वर्षीय मरीज जगरूप की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। 95 प्रतिशत जलने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका। जबकि 12 मरीजों में 7 मरीज को छुट्टी दे दी गई है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बर्न वार्ड अस्थाई तौर पर केवल 31 अक्टूबर, 25 तक ही बर्न वार्ड की अस्थाई व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।इसी क्रम में नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ परवेज खान ने बताया कि दीपावली लेकर अब तक 50 से 55 मरीज आ चुके है।

ज्यादातर लोगो को फर्स्ट ऐड देकर उनको घर भेज दिया गया जबकि जिनको इंजरी ज्यादा थी और उनकी हालत ठीक न होने के कारण उन्हें भर्ती किया गया। उन्होंने बताया कि इतने मरीजों में 6 से 7 मरीज ऐसे भी आए जिनकी आंखे झुलस कर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे उनकी आंखो में दोबारा रोशनी आना संभव नही है।

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