रामराजा सरकार की नगरी में दीपोत्सव पर गूंजा भक्ति का सुर, “इसे अवध कहें या वृंदावन, यह धाम ओरछा प्यारा है

  • दीपावली पर ओरछा में ‘ओरछा के राम एल्बम पार्ट-2’ का भव्य विमोचन
  • प्रधान पुजारी रमाकांत शरण महाराज ने किया पोस्टर का अनावरण, भक्ति से सराबोर हुआ रामराजा धाम
  • डिप्टी कलेक्टर विनीता जैन और थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा रहे विशिष्ट अतिथि

ओरछा। मध्यप्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर ओरछा नगरी में दीपावली का पर्व इस बार भक्ति और संगीत की अनूठी संगम के साथ मनाया गया। रामराजा सरकार के आंगन में उस समय श्रद्धा की लहर दौड़ गई जब ‘ ओरछा के राम एल्बम पार्ट-2’ के पहले भजन के पोस्टर का दीपों की ज्योति के बीच विधिवत अनावरण किया गया।

दीपावली पर रामराजा मंदिर परिसर में श्रद्धा, संगीत और संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिला। इस अवसर पर ‘ओरछा के राम एल्बम पार्ट-2’ के पहले भजन का पोस्टर विमोचन मुख्य पुजारी रमाकांत शरण महाराज के द्वारा किया गया । कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डिप्टी कलेक्टर विनीता जैन, पुलिस निरीक्षक रामबाबू शर्मा रहे। अंशुल चतुर्वेदी, संजय रावत, सचिन बबेले समेत मंदिर स्टाफ और स्थानीय श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद रहे। भजन “इसे अवध कहें या वृंदावन, यह धाम ओरछा प्यारा है” को स्वर अनामिका पांडेय ने दिया है। जबकि इसके हृदयस्पर्शी बोल प़ंडितओमप्रकाश द्वारा लिखे गए हैं। इस गीत को ‘बुंदेली रसधार’ यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया, इसको लेकर बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। गौरतलब है कि ‘ओरछा के राम एल्बम पार्ट-1’ पहले टी-सीरीज के माध्यम से रिलीज हुआ था, जिसमें “गोदी में रामलाल अंखियों में पानी, राम जी को लेके चली ओरछा की रानी” और “धाम में नगर ओरछा धाम” जैसे लोकप्रिय भजन शामिल थे। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, ‘ओरछा के राम एल्बम पार्ट-2’ को दीपावली के शुभ दिन रिलीज किया गया जो ओरछा धाम की भक्ति भावना और रामराजा सरकार की महिमा को पुनः जन-जन तक पहुंचा रहा है। भजन रिलीज होते ही सोशल मीडिया और यूट्यूब पर इसका वीडियो वायरल हो गया। रामभक्तों ने कमेंट्स में लिखा ऐसा लगता है जैसे खुद भगवान रामराजा हमारे सामने विराजमान हैं”। भजन की मधुर धुन, की अनामिका पांडेय की आत्मीय प्रस्तुति और ओमप्रकाश दुबे के भक्तिभाव से भरे शब्दों ने श्रोताओं के मन को स्पंदित कर दिया है। कार्यक्रम के दौरान मंदिर में दीपों की रोशनी, घंटियों की मधुर ध्वनि और भक्ति के सुरों का ऐसा संगम हुआ कि मानो अवध और वृंदावन एक साथ ओरछा में उतर आए हों। पंडित ओमप्रकाश दुबे ने इस अवसर पर कहा भक्तों ने ‘ओरछा के राम पार्ट-1’ को अपार स्नेह दिया था। मुझे विश्वास है कि यह दूसरा भाग भी उसी तरह लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाएगा। ओरछा की भक्ति धारा अब सीमाओं से परे जाकर जन-जन के हृदय में प्रवाहित हो रही है।

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