
New Delhi : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच शुक्रवार को व्हाइट हाउस में हुई उच्चस्तरीय बैठक ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में नई हलचल मचा दी है। लगभग तीन घंटे चली इस वार्ता के दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की पर रूस के प्रस्ताव को स्वीकार करने का जोरदार दबाव बनाया, जबकि जेलेंस्की ने लंबी दूरी की टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की आपूर्ति की मांग की। रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक का माहौल कई बार गरम हो गया, और ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि यूक्रेन रूसी शर्तें न माने, तो राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन को “पूरी तरह तबाह” कर देंगे।
यह बैठक रूस-यूक्रेन युद्ध के 3.5 वर्ष पूरे होने के बीच हो रही है, जहां यूक्रेन को पश्चिमी सहयोगियों से हथियारों और वित्तीय सहायता पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। फाइनेंशियल टाइम्स और रॉयटर्स जैसी प्रमुख मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से पता चला है कि ट्रंप ने जेलेंस्की को साफ-साफ कहा, “या तो रूस के साथ सौदा कर लो, या तबाही का सामना करो।” ट्रंप ने पुतिन के साथ गुरुवार को हुई फोन कॉल का हवाला देते हुए दावा किया कि रूसी राष्ट्रपति ने उन्हें बताया था कि यह “युद्ध नहीं, बल्कि विशेष अभियान” है।
बैठक का गरमागर्म माहौल: नक्शा फेंकने से लेकर अपशब्दों तक
व्हाइट हाउस के कैबिनेट रूम में हुई इस बैठक में ट्रंप के साथ उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। जेलेंस्की की टीम में यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्री सिबिहा, ऊर्जा मंत्री और सैन्य सलाहकार शामिल थे। एनपीआर और न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, चर्चा के दौरान ट्रंप ने यूक्रेन की फ्रंटलाइन का नक्शा टेबल पर एक तरफ फेंक दिया, जब जेलेंस्की ने डोनबास क्षेत्र को छोड़ने से इनकार किया। कुछ सूत्रों ने बताया कि बातचीत इतनी तीखी हो गई कि अपशब्दों का इस्तेमाल भी हुआ, हालांकि व्हाइट हाउस ने इसे “ईमानदार और सीधी बहस करार दिया।
ट्रंप ने बैठक के बाद ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, यथास्थिति पर रुक जाओ। काफी खून बह चुका है। दोनों पक्ष विजयी होने का दावा कर सकते हैं। उन्होंने जेलेंस्की और पुतिन दोनों से कहा कि हत्या बंद होनी चाहिए।” जेलेंस्की ने संवाददाताओं से कहा, क्षेत्रीय चर्चा बहुत संवेदनशील है। रूस सब कुछ कब्जा करना चाहता है और हथियार डालने से पहले बातचीत करना चाहता है।
टॉमहॉक मिसाइलों की मांग पर ट्रंप का साफ इनकार
जेलेंस्की वाशिंगटन इसलिए पहुंचे थे ताकि अमेरिका से 1,000 मील से अधिक रेंज वाली टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। इन मिसाइलों से यूक्रेन रूस के गहरे इलाकों पर हमला कर पुतिन को मजबूर कर सकता है। एबीसी न्यूज के अनुसार, जेलेंस्की ने बैठक की शुरुआत में एक “प्रस्ताव” पेश किया, जिसमें यूक्रेन अमेरिका को अपने उन्नत ड्रोन उपलब्ध कराने को तैयार था, बदले में टॉमहॉक मिसाइलें मिलें। लेकिन ट्रंप ने साफ मना कर दिया, कहते हुए कि “हमें इनकी जरूरत भविष्य के किसी संघर्ष में पड़ सकती है।
सीएनएन की रिपोर्ट में एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ट्रंप को लगता है कि यूक्रेन संघर्ष को बढ़ावा देना चाहता है, जबकि आगामी कठोर सर्दी में नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, ट्रंप प्रशासन ने बैठक के बाद यूक्रेन को सैन्य और खुफिया सहायता एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दी, जो कीव के लिए बड़ा झटका है। यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री की मौजूदगी से पता चलता है कि रूसी हमलों से क्षतिग्रस्त ऊर्जा बुनावट पर भी चर्चा हुई।
पुतिन की शर्तें: डोनबास छोड़ो, बदले में छोटे क्षेत्र लो
ट्रंप ने जेलेंस्की पर दबाव डालते हुए पुतिन के हालिया प्रस्तावों का जिक्र किया। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, गुरुवार की फोन कॉल में पुतिन ने एक क्षेत्रीय अदला-बदली का सुझाव दिया था: यूक्रेन को डोनेट्स्क और लुहांस्क (डोनबास के मुख्य हिस्से) के पूरे क्षेत्र रूस को सौंपने होंगे, बदले में रूस दक्षिणी खेरसॉन और जापोरिजिया के छोटे-छोटे हिस्से लौटा देगा। ट्रंप ने इसे जेलेंस्की को दोहराया, कहते हुए कि यह स्पेशल ऑपरेशन को समाप्त करने का रास्ता है।
अलास्का में ट्रंप-पुतिन की पिछली बैठक में भी इसी तरह की मांग उठी थी, जहां पुतिन ने डोनबास के साथ-साथ खेरसॉन और जापोरिजिया के पूरे क्षेत्र मांगे थे। जेलेंस्की ने इन शर्तों को खारिज करते हुए कहा, हम शांति चाहते हैं, पुतिन नहीं। इसलिए उन पर दबाव जरूरी है। ट्रंप ने पुतिन के साथ बुडापेस्ट में द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन की योजना भी साझा की, जहां जेलेंस्की को शामिल करने पर विचार हो रहा है, लेकिन दोनों नेताओं की सीधी मुलाकात टाली जा सकती है।
वैश्विक प्रतिक्रियाएं: यूरोप का समर्थन, रूस की तारीफ
बैठक के बाद यूरोपीय संघ के नेताओं ने जेलेंस्की के साथ वर्चुअल कॉल पर अटल समर्थन का आश्वासन दिया। यूके की डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि यूरोप रूसी आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन के साथ खड़ा है। यूक्रेन के गृह मंत्री ओलेह सिनेहुबोव और सैन्य कमांडर ओलेक्सांद्र सिरस्की ने जेलेंस्की की बहादुरी की सराहना की।
दूसरी ओर, रूस ने ट्रंप के रुख की तारीफ की। क्रेमलिन के सहायक यूरी उशाकोव ने कहा कि टॉमहॉक की आपूर्ति यूएस-रूस संबंधों को नुकसान पहुंचाएगी। रूसी मीडिया ने जेलेंस्की की आलोचना की, जबकि अमेरिका में प्रतिक्रियाएं पार्टी लाइनों पर बंटी हुई हैं।
यह बैठक ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट” नीति को दर्शाती है, जहां वे युद्ध को जल्द समाप्त करने पर जोर दे रहे हैं, भले ही इससे यूक्रेन की संप्रभुता प्रभावित हो। विशेषज्ञों का मानना है कि टॉमहॉक जैसी मिसाइलें युद्ध के समीकरण बदल सकती हैं, लेकिन ट्रंप का झुकाव बातचीत की ओर है। जेलेंस्की की वॉशिंगटन यात्रा अधर में लटक गई है, जबकि पूर्वी यूक्रेन में रूसी हमले जारी हैं।