
भास्कर ब्यूरो
- हंसेरन को नई तहसील बनाने के विरोध में तिर्वा तहसील के अधिवक्ता कर रहे थे आंदोलन।
Kannauj : हंसेरन को नई तहसील बनाए जाने के विरोध में पिछले 15 दिनों से हड़ताल पर बैठे तिर्वा तहसील के अधिवक्ताओं ने आखिरकार अपनी कलम उठा ली है। शनिवार को समाज कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण के आश्वासन के बाद वकीलों ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की।
मंत्री असीम अरुण ने तिर्वा पहुंचकर अधिवक्ताओं से संवाद किया। उन्होंने कहा कि हंसेरन को नई तहसील बनाने पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। यदि हंसेरन को तहसील बनाया जाता है, तो तिर्वा तहसील का क्षेत्रफल बढ़ाकर संतुलन बनाया जाएगा।
गौरतलब है कि कन्नौज जिले में फिलहाल तीन तहसीलें — कन्नौज, तिर्वा और छिबरामऊ संचालित हैं। हंसेरन को चौथी तहसील बनाने की सूचना पर तिर्वा के अधिवक्ता नाराज़ थे। उनका कहना था कि प्रस्तावित तहसील से तिर्वा का सर्किल घट जाएगा, जिससे वकीलों के सामने आर्थिक और कार्य क्षेत्र संबंधी कठिनाइयाँ बढ़ेंगी।
इससे पहले अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में राजस्व परिषद सचिव कंचन सिंह और मंत्री असीम अरुण से मिला था, जहाँ उन्हें सकारात्मक आश्वासन मिला।
शनिवार को मंत्री के सामने वकीलों ने अपनी बात रखी। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि किसी भी निर्णय में तिर्वा तहसील के हितों की अनदेखी नहीं की जाएगी। आश्वासन के बाद अधिवक्ताओं ने दीपावली अवकाश के बाद नियमित कामकाज शुरू करने की घोषणा की।इस दौरान बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।