
Pakistan-Afganistan War News : दुनिया भर में जब भी कहीं बम धमाके, गोलीबारी या सीमा पर तनाव की खबरें आती हैं, तो अक्सर चर्चा में नजर आते हैं डोनाल्ड ट्रंप। उनका एक बयान हमेशा चर्चा का विषय बन जाता है और इस बार भी उन्होंने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष पर अपनी राय व्यक्त की है। ट्रंप ने कहा है कि यदि वे चाहें, तो वे इन दशकों पुराने विवादों को “आसानी से सुलझा” सकते हैं। उनका यह आत्मविश्वास भरा बयान सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का केंद्र बन गया है।
ट्रंप का बयान जिसने हलचल मचा दी
शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा, “यह लगभग आखिरी मामला है, हालांकि मैं समझता हूं कि पाकिस्तान ने हमला किया है या अफगानिस्तान पर हमला हो रहा है। अगर मुझे इसे सुलझाना है, तो यह मेरे लिए आसान है।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे अमेरिका चलाना है, लेकिन मुझे युद्ध सुलझाना भी अच्छा लगता है।” ट्रंप के अनुसार, अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे विवादित क्षेत्र को हल करना उनके लिए कोई मुश्किल काम नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें जान-माल की हानि रोकने में गर्व महसूस होता है और कहा, “मैं लोगों को मारे जाने से रोकना पसंद करता हूं। मैंने लाखों लोगों की जान बचाई है, और मुझे विश्वास है कि हमें इस युद्ध में सफलता मिलेगी।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 48 घंटे का युद्धविराम (Ceasefire) बढ़ाने पर सहमति बनी है। यह निर्णय दोहा में हुई बातचीत के बाद लिया गया, जिसमें सऊदी अरब और कतर ने मध्यस्थता का समर्थन किया।
सीमा पर तनाव फिर से चरम पर
इसी बीच, सीमा पर तनाव कम नहीं हो रहा है। खबर है कि पाकिस्तान के हवाई हमलों में तीन अफगान क्रिकेटर मारे गए हैं। यह घटना पूर्वी पक्तिका प्रांत में हुई, जहां ये क्रिकेटर एक मित्रता-पूर्ण मैच में भाग लेने गए थे। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने बताया कि तीन खिलाड़ियों की पहचान कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून के रूप में हुई है। यह हमला पाकिस्तान की तरफ से किया गया, और इसे “कायराना हमला” करार दिया गया है। इस घटना में पांच अन्य लोग भी मारे गए हैं। इस घटना के बाद अफगानिस्तान ने अगले महीने होने वाली त्रिकोणीय क्रिकेट श्रृंखला से अपना नाम वापस ले लिया है।
संघर्ष जारी, युद्धविराम के बावजूद हवाई हमले होते रहे
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने युद्धविराम के बावजूद अपने कई जिलों में हवाई हमले जारी रखे हैं। इससे पहले, अफगान सीमा के पास वजीरिस्तान जिले में भी आतंकियों ने हमला किया, जिसमें सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। पाकिस्तानी सेना ने बताया कि आतंकियों ने उत्तरी वजीरिस्तान में एक सैन्य शिविर पर हमला किया, जिसमें छह आतंकवादी मारे गए।
तालिबान की चेतावनी और सीमा पर तनाव
अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि यदि पाकिस्तान किसी भी तरह का हमला करता है, तो काबुल अपने बलों को युद्ध के लिए तैयार कर चुका है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई गोली चली, तो स्थिति फिर से भड़क सकती है। अब दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ टकराव पर उतर आए हैं। 2021 में अमेरिकी सेनाओं के अफगानिस्तान से निकलने के बाद तालिबान सत्ता में लौट आया था, लेकिन पाकिस्तान के लिए यह ‘मित्र’ अब बोझ बन गया है।
विवाद की शुरुआत तब हुई जब पाकिस्तान ने काबुल से मांग की कि वहां से आतंकियों को रोका जाए, जो पाकिस्तान में हमले कर रहे हैं। इस पर तालिबान ने खेद जताते हुए इन आरोपों को खारिज कर दिया। इसके परिणामस्वरूप सीमा पर गोलीबारी, हवाई हमले, आत्मघाती धमाके और अब निर्दोष खिलाड़ियों की मौत जैसी घटनाएं सामने आई हैं।
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