Lakhimpur : गन्ना भुगतान में देरी पर किसानों का फूटा गुस्सा, बोले– “इस बार नो पेमेंट, नो प्लांटिंग”

  • 15 दिन में भुगतान नहीं तो नहीं होगी बुवाई, राष्ट्रीय किसान संगठन ने दी चेतावनी
Gola Gokarnanath, Lakhimpur : राष्ट्रीय किसान संगठन की बैठक में गन्ना भुगतान में हो रही देरी को लेकर किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। प्रदेश अध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि इस वर्ष गन्ना आपूर्ति के 15 दिनों के भीतर भुगतान नहीं हुआ, तो अगले सत्र में किसान गन्ने की बुवाई नहीं करेंगे। बैठक में किसानों ने कहा कि बजाज चीनी मिल प्रशासन हर साल भुगतान में देरी करता है, जिससे किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। गन्ना आपूर्ति के महीनों बाद भी कई किसानों का बकाया अब तक नहीं मिला है।

ऐसे में किसानों के सामने खाद, बीज और मजदूरी के लिए भी संकट खड़ा हो जाता है। प्रदेश अध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा ने कहा कि सरकार और मिल प्रबंधन किसानों की मेहनत का उचित मूल्य समय पर देने में विफल साबित हुए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि संगठन अब केवल ज्ञापन तक सीमित नहीं रहेगा। इस बार पूरे क्षेत्र में “नो पेमेंट, नो प्लांटिंग” का नारा बुलंद किया जाएगा।किसान नेताओं रामलाल वर्मा, अरविंद सिंह, दिनेश मिश्रा, राकेश चौधरी, सतीश अवस्थी, नंदकिशोर मिश्रा आदि ने कहा कि जब तक गन्ने का पूरा बकाया भुगतान नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। बैठक में यह भी मांग की गई कि सरकार स्पष्ट आदेश जारी करे कि गन्ना आपूर्ति के 15 दिनों के भीतर भुगतान अनिवार्य रूप से किया जाए और ऐसा न करने पर मिलों पर दंडात्मक कार्रवाई हो।

किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो वे आगामी पेराई सत्र में मिल गेट जाम आंदोलन करेंगे। बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, जिला महासचिव सुरेश पांडे, राजेश कुमार, सुधीर त्रिपाठी, देवराज यादव, संतोष वर्मा, रमेश अवस्थी, नरेश गुप्ता, राजाराम पटेल समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें