
लखनऊ में शनिवार को सपा मुख्यालय में कई नेताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थामा। प्रदेश एवं स्थानीय स्तर के नेताओं में देवेंद्र कुशवाहा, नदीम अशरफ, रणवीर सिंह गौतम अहिरवार और श्यामलाल बिंद (गाजीपुर) शामिल रहे। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सभी का स्वागत किया और कहा कि इन साथियों के शामिल होने से पीडीए की लड़ाई और भी सशक्त बनेगी।
अखिलेश ने कहा कि पीडीए के सामाजिक आंदोलन और बाबा साहेब के विचारों के लिए लोग जुड़ रहे हैं। उन्होंने जोड़ा कि इन नए जुड़ावों से पार्टी को अधिक ताकत मिलेगी।
भाजपा पर तंज और दीपावली संदर्भ
भाजपा पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश ने कहा कि आज धनतेरस है, इसलिए “किसी के बारे में ज़्यादा भला-बुरा मत कहिए।” एक सवाल के जवाब में उन्होंने सरकार पर व्यंग्य किया — “दिवाली पर फुस्स फुलझड़ी से क्या उम्मीद रखी जा सकती है? जिसने बिजली बनाई ही नहीं, वो अब बिजली कैसे देगा? अब तो बिजली का निजीकरण भी नहीं कर पा रहे।”
बिहार और राज्य सरकार पर हमला
अखिलेश ने कहा कि हमारी तरफ से जो नेता बिहार गए, उन्हें वे ‘स्टार प्रचारक’ नहीं बल्कि ‘स्टार विभाजक’ कहकर लौटे। उनका कहना था कि बिहार साम्प्रदायिक विभाजन को स्वीकार नहीं करेगा। वर्तमान सरकार के नौ साल पूरे होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब सिर्फ आखिरी बजट बचा है और सरकार ने जनता के काम नहीं किए।
बजट व विकास पर तंज
अखिलेश ने याद दिलाया कि उनके शासनकाल में राज्य का बजट चार लाख करोड़ था और उस दौरान स्टेडियम, मेट्रो व एक्सप्रेसवे जैसे काम हुए। वहीं अब बजट बढ़कर आठ लाख करोड़ हो गया है पर काम दिख नहीं रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विभागों में चोरी रोक नहीं पा रही — इसी वजह से विधायकों के घरों में चोरी जैसी घटनाएँ हो रही हैं।
समाजिक मुद्दों पर टिप्पणी और ‘दीयों’ का वादा
उन्होंने कहा कि लोगों में भय का माहौल बन गया है — पहले छतों पर सांड चढ़ते थे, अब गुलदार भी दिख रहे हैं; हाल के दिनों में 52 हमले दर्ज किए गए। समाजवादी दोनों — बुल और बुलडोजर — के विरोधी हैं। दिवाली के संदर्भ में कहा कि कुम्हार परेशान हैं; अगर सपा सरकार बनी तो दिवाली पर सरकार कुम्हारों से एक करोड़ दीये खरीदेगी।
कानपुर मामला और बुलडोजर नीति
कानपुर के केस (अखिलेश दुबे) का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां बुलडोजर नहीं चलेगा। अगर उसके खिलाफ कार्रवाई हुई तो सरकार के कई अफसर फंस सकते हैं। उन्होंने बताया कि नए कमिश्नर को कहा गया है कि अब उसके खिलाफ कोई केस दर्ज न किया जाए — और अब उसकी सुरक्षा और जान की जिम्मेदारी सबकी बनती है।